2019 लोकसभा चुनाव के लिए राजनीतिक दलों की तैयारियां जोर-शोर से चल रही है। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने भी इसके लिए कमर कस ली है। आगामी चुनाव के मद्देनजर वे लगातार कांग्रेस नेताओं के साथ बैठक कर रहे हैं और चुनावी रणनीति को लेकर चर्चा कर रहे हैं। इसी कड़ी में राहुल ने कांग्रेस कार्य समिति (सीडब्ल्यूसी) का गठन किया है। जिसके बाद उन्होंने रविवार को नई कार्यसमिति की पहली बैठक बुलाई है।
इस दौरान यह मांग उठी कि कांग्रेस रणनीतिक गठबंधन करे और राहुल गांधी गठबंधन का चेहरा हों। कांग्रेस नेता सचित पायलट, शक्ति सिंह गोहिल, रमेश चेन्नीथला ने एक सुर में कहा कि पार्टी गठबंधन के केंद्र में रहे और राहुल गांधी गठबंधन का चेहरा हों।
Congress leaders Sachin Pilot, Shakti Singh Gohil, Ramesh Chennithala in the CWC meeting said we should do a strategic alliance but the Party should remain at the centre of alliance and Rahul Gandhi should be the face of the alliance: Sources
— ANI (@ANI) July 22, 2018
बैठक के दौरान कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी ने कहा कि हम गठबंधन करने के लिए प्रतिबद्ध हैं और हम सभी इस प्रयास में राहुल गांधी के साथ हैं। यह प्रयास हमें अपने लोगों को खतरनाक शासन से बचाने के लिए है जो भारत के लोकतंत्र से समझौता कर रहा है।
कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला के मुताबिक राहुल गांधी ने कहा कि एक तरफ जहां भाजपा संस्थाओं, दलितों, आदिवासियों, पिछड़ों, अल्पसंख्यकों और गरीबों पर हमले कर रही है वहीं कांग्रेस देश की आवाज बनने की अपनी भूमिका बखूबी निभा रही है।
सुरजेवाला ने बताया कि राहुल गांधी ने कांग्रेस कार्यसमिति का गठन एक ऐसे संस्था के रूप में की है जिसमें भूत, वर्तमान और भविष्य के अनुभव का समावेश है।
कांग्रेस कार्यसमिति कांग्रेस पार्टी की सर्वोच्च नीति निर्धारण इकाई है, जिसमें राहुल गांधी ने अनुभवी और युवा नेताओं के बीच संतुलन बनाने का प्रयास किया है। सीडब्ल्यूसी में 23 सदस्य, 18 स्थायी आमंत्रित सदस्य और 10 आमंत्रित सदस्य शामिल किए गए हैं। राहुल गांधी के नेतृत्व वाली कार्य समिति में कई ऐसे नेताओं को जगह नहीं मिली है जो सोनिया गांधी की अध्यक्षता के दौरान कार्य समिति के अहम सदस्य हुआ करते थे।