दिल्ली के कांस्टीट्यूशन क्लब में शुक्रवार से कांग्रेस का महाअधिवेशन शुरू हो गया है। राहुल गांधी के कांग्रेस अध्यक्ष बनने के बाद यह पहला महाधिवेशन होगा। इस अधिवेशन में कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी, सोनिया गांधी, पूर्व पीएम प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के अलावा पार्टी के कई नेता मौजूद हैं।
#Visuals Congress Steering Committee meeting underway at the Constitution Club of India in Delhi. Congress President Rahul Gandhi, Sonia Gandhi, former PM Manmohan Singh and other senior Congress leaders present. pic.twitter.com/WFTXXG08Xv
— ANI (@ANI) March 16, 2018
इस महाधिवेशन में राहुल गांधी कांग्रेस का दृष्टिकोण रखेंगे। महाधिवेशन में इस बार नेताओं के बजाय कार्यकर्ताओं पर ध्यान केन्द्रित रहेगा। महाधिवेशन की शुरूआत संचालन समिति की बैठक से होगी। उसमें लोकसभा एवं राज्य विधानसभाओं में पार्टी की चुनावी रणनीति के जरिए पार्टी की दिशा तय होगी।
कांग्रेस का यह 84वां महाधिवेशन है। इसमें संचालन समिति सब्जेक्ट कमेटी में तब्दील हो जाएगी। पहले दिन सब्जेक्ट कमेटी के लोग अलग-अलग प्रस्तावों पर चर्चा करेंगे। 17 और 18 मार्च का दिन महत्वपूर्ण होगा, जब राहुल गांधी महाअधिवेशन की शुरुआत करेंगे। कांग्रेस ने महाअधिवेशन के लिए आयोजन समिति, ड्राफ्टिंग कमेटी और उसके तहत चार उपसमिति और एक संविधान संशोधन कमेटी का गठन किया है। 16 मार्च को सब्जेक्ट कमेटी की बैठक होगी जो विभिन्न प्रस्ताव पर चर्चा करेगी।
कांग्रेस अधिवेशन के तय कार्यक्रम के मुताबिक, कांग्रेस अध्यक्ष के भाषण से साथ अधिवेशन की शुरुआत होगी। ये अधिवेशन देश की राजनधानी दिल्ली के इंदिरा गांधी इंडोर स्टेडियम में शुरू होगा। वहीं, 18 मार्च को भी दो प्रस्ताव आएंगे, जिन पर चर्चा होगी। कांग्रेस के इस अधिवेशन के लिए ड्राफ्टिंग कमेटी से जुड़ी चार उपसमिति का गठन किया गया है। ये उपसमितियां होंगी- राजनीतिक मसलों पर उपसमिति, आर्थिक मसलों पर उपसमिति, अंतरराष्ट्रीय मसलों पर उपसमिति, कृषि, रोजगार और गरीबी उन्मूलन पर उपसमिति।
बताया जा रहा है कि इस अधिवेशन का मुख्य मकसद राहुल गांधी के अध्यक्ष पद पर चयन पर कांग्रेस के प्रतिनिधियों का मुहर लगाना है, वहीं, तीन दिन तक चलने वाले इस अधिवेशन में पार्टी की आगे की रणनीति तय होगी। कांग्रेस अधिवेशन में मुख्य रूप से आर्थिक, कृषि, गरीबी और रोजगार जैसे मुद्दों पर चर्चा की जाएगी। कांग्रेस दिग्गज इस अधिवेशन में मौजूदा राजनीतिक हालात पर चर्चा करेंगे।