देश में कोरोनावायरस के मामलों में एक बार फिर से बढ़ोतरी होने लगी है। पिछले 24 घंटे में कोरोना के 14,264 नए मामले सामने आए। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक, देश में पिछले 24 घंटे में 90 लोगों की मौत भी हुई है। इस बीच भारत में कोरोना के नए स्ट्रेन ने चिंता बढ़ा दी है। एम्स के डायरेक्टर रणदीप गुलेरिया ने नए स्ट्रेन को लेकर चेतावनी दी। डॉ. रणदीप गुलेरिया का आशंका जताई है कि कि भारत में कोरोना का नया स्ट्रेन पहले से ज्यादा संक्रामक हो सकता है।
डॉ. गुलेरिया ने कहा कि देश में कोरोनावायरस के प्रति हर्ड इम्युनिटी बनने की बात एक मिथक सी लगती है। इसके पीछे वजह है कि इसके लिए देश की 80 फीसदी आबादी में कोरोना वायरस से लड़ने के लिए एंटीबॉडी डेवलेप होनी चाहिए। डॉ. गुलेरिया ने महाराष्ट्र में कोरोना के बढ़ते मामलों पर चिंता व्यक्त की। एम्स डायरेक्टर ने कहा कि महाराष्ट्र में जिस तरह से कोरोना संक्रमण के मामले एक बार फिर तेजी से बढ़ रहे हैं उसे देखने के बाद हम कह सकते हैं कि ये पहले से ज्यादा खतरनाक वायरस है। उन्होंने कहा कोरोना का नया स्ट्रेन संक्रमण से उबर चुके मरीजों पर भी दोबारा हमला कर सकता है। भले ही उनमें पहले से एंटीबॉडी क्यों न पैदा हो गई हो।
महाराष्ट्र कोविड टास्क फोर्स के सदस्य डॉ. शशांक जोशी का कहना है कि पूरे भारत में नए स्ट्रेन के 240 नए मामले सामने हैं। महाराष्ट्र के अलावा केरल, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और पंजाब में भी कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ रही है। इन राज्यों में कोरोना के नए स्ट्रेन के मामले देखने को मिल रहे हैं। सवाल उठ रहे हैं देश में कोरोना के नए स्ट्रेन के खिलाफ क्या मौजूदा कोरोना वैक्सीन प्रभावी हैं। इस सवाल के जवाब में डॉ. गुलेरिया ने कहा कि वैक्सीन प्रभावी होगी लेकिन उनका इफेक्ट्स कम हो सकता है। रेगुलर डेटा मॉनिटरिंग से ही पता चल पाएगा कि क्या नए स्ट्रेन से लड़ने के लिए वैक्सीन में कुछ बदलाव करने की जरूरत है या नहीं। आने वाले कुछ महीनों में वैक्सीन में बदलाव किए जा सकते हैं।