गुजरात में चक्रवात बिपारजॉय की आशंकाओं के बाद विगत दिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अहम बैठक की थी। अब केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह आज दोपहर दिल्ली में चक्रवात 'बिपरजॉय' की तैयारियों से जुड़ी समीक्षा बैठक की अध्यक्षता करेंगे। बता दें कि गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल और प्रभावित होने वाले आठ जिलों के सांसद भी वर्चुअल रूप से बैठक में भाग लेंगे।
गौरतलब है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस चक्रवात से निपटने के लिए केंद्र और गुजरात सरकार की तैयारियों की समीक्षा के लिए एक उच्च स्तरीय बैठक की अध्यक्षता की। सोमवार को उन्होंने कहा कि बचाव दल चक्रवात बिपारजॉय के मार्ग में संवेदनशील स्थानों में रहने वाले लोगों की सुरक्षित निकासी सुनिश्चित कर रहे हैं।
माना जा रहा है कि इस चक्रवात का पाकिस्तान पर भी असर पड़ेगा। बैठक के बाद मोदी ने ट्वीट भी किया, “हमारी टीम संवेदनशील क्षेत्रों से लोगों की सुरक्षित निकासी और आवश्यक सेवाओं का रखरखाव सुनिश्चित कर रही हैं।” इसी के साथ प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) द्वारा जारी बयान में कहा गया कि मोदी ने वरिष्ठ अधिकारियों को यह सुनिश्चित करने के लिए हरसंभव उपाय करने का निर्देश दिया कि संवेदनशील स्थानों में रहने वाले लोगों को राज्य सरकार द्वारा सुरक्षित रूप से निकाला जाए।
इसके अलावा प्रधानमंत्री मोदी ने बिजली, दूरसंचार, स्वास्थ्य और पेयजल जैसी सभी आवश्यक सेवाओं के रखरखाव को सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। साथ ही किसी भी तरह की क्षति होने की स्थिति में उन्हें तुरंत बहाल करने का भी निर्देश दिया। जानवरों की सुरक्षा के निर्देशों के साथ मोदी ने हफ्ते में सातों दिन 24 घंटे चलने वाले नियंत्रण कक्ष स्थापित करने का आदेश भी दिया।
विदित हो कि बैठक में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, प्रधानमंत्री के प्रधान सचिव पी के मिश्रा, कैबिनेट सचिव राजीव गौबा, पृथ्वी विज्ञान सचिव एम रविचंद्रन, राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के सदस्य कमल किशोर और भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के महानिदेशक मृत्युंजय महापात्र भी सम्मिलित हुए।
बताया जा रहा है कि इस चक्रवात के दौरान 125 से 135 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार की हवाओं के साथ तूफान आ सकता है। हवा की रफ्तार 145 किलोमीटर प्रति घंटे तक पहुंचने की आशंका है। इसकी वजह से 14-15 जून को कच्छ, देवभूमि द्वारका और जामनगर में अत्यधिक भारी वर्षा और पोरबंदर, राजकोट, मोरबी और जूनागढ़ में कुछ स्थानों पर भारी से बहुत भारी वर्षा के आसार जताई गए हैं।
पीएमओ कार्यालय के अनुसार तट पर निगरानी विमान और हेलीकॉप्टर तैनात किए गए हैं, और सेना, नौसेना और तटरक्षक बल के आपदा राहत दल (डीआरटी) और चिकित्सा दलों (एमटी) को भी तैयार रखा गया है। जानकारी के अनुसार कैबिनेट सचिव और गृह सचिव, गुजरात के मुख्य सचिव और केंद्रीय मंत्रालयों एवं संबंधित एजेंसियों के साथ लगातार संपर्क में हैं।