दिल्ली के मुख्य सचिव अंशु प्रकाश के साथ बदसलूकी और मारपीट के मामले में मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल तथा उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया समेत 11 विधायकों को पटियाला हाउस कोर्ट ने समन जारी किया है। कोर्ट ने इन नेताओं को 25 अक्टूबर को बुलाया है।
इस मामले में 20 फरवरी को केस दर्ज किया गया था। मुख्य सचिव ने आरोप लगाया था कि मुझे 19 फरवरी की रात सीएम के आवास पर केजरीवाल की मौजूदगी में आप के विधायकों ने पीटा और बदसलूकी की। दिल्ली पुलिस ने अगस्त महीने में केजरीवाल, सिसोदिया और विधायकों के खिलाफ चार्जशीट दाखिल की थी। मामले में मई महीने में सीएम केजरीवाल से पूछताछ की गई थी। पूछताछ के बाद केजरीवाल ने कहा था, 'पुलिस पर झूठे केस करने का बहुत दबाब है।' दिल्ली पुलिस ने आप के दो विधायकों को गिरफ्तार भी किया था।
'बजट के लिए बनाया था दबाव'
एडिशनल डीसीपी हरिंदर सिंह ने कहा था कि हमने आपराधिक षड्यंत्र के लिए चार्जशीट दायर की है। चार्जशीट में लिखा गया है कि अंशु प्रकाश को साजिश के तहत रात में बुलाया गया और विधायकों ने उनके साथ मारपीट की। इसके अलावा अफसरों पर आम आदमी पार्टी के विज्ञापन के लिए बजट क्लियर करने का दबाव बनाया गया। मामले की छह महीने तक जांच की गई जिसके आधार पर सबूत एकत्रित किए। जब हमने पर्याप्त सबूत जमा कर लिए, उसके बाद ये चार्जशीट दाखिल की गई।