राजधानी दिल्ली में सोमवार को लगातार पांचवें दिन भी शीतलहर का दौर जारी रहा, जबकि घने कोहरे के कारण दृश्यता घटकर महज 25 मीटर रह गई जिससे सड़क, रेल और हवाई यातायात प्रभावित हुआ। अधिकारियों ने यह जानकारी दी।
भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के एक अधिकारी के अनुसार, इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे (आईजीआई) के पास पालम वेधशाला और सफदरजंग वेधशाला में दृश्यता 25 मीटर दर्ज की गई।
रेलवे के एक अधिकारी ने बताया कि कोहरे के कारण करीब 29 ट्रेनें दो से पांच घंटे की देरी से चल रही हैं। आईजीआई पर मौजूद अधिकारियों ने बताया कि करीब 15 विमानों ने देरी से उड़ान भरी और एक के मार्ग को परिवर्तित किया गया। उपग्रह से प्राप्त तस्वीरों में पंजाब, उत्तर-पश्चिम राजस्थान, हरियाणा, दिल्ली, उत्तर प्रदेश और बिहार तक कोहरे की परत छाई दिखाई दी।
दिल्ली में लगातार पांचवे दिन भी शीतलहर जारी रहने के साथ ही न्यूनतम तापमान में मामूली बढ़ोतरी दर्ज की गई। सफदरजंग वेधशाला में न्यूनतम तापमान 3.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो रविवार को 1.9 डिग्री सेल्सियस रहा था। लोधी रोड, आयानगर और रिज के मौसम केंद्रों में न्यूनतम तापमान क्रमश: 3.6 डिग्री सेल्सियस, 3.2 डिग्री सेल्सियस और 3.3 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
मौसम विभाग के अनुसार, दिल्ली में रविवार को न्यूनतम तापमान लगातार चौथे दिन हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में अधिकतर स्थानों के तापमान से भी कम रहा। भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के अनुसार, बठिंडा और आगरा में दृश्यता का स्तर शून्य मीटर तक गिर गया और पटियाला, चंडीगढ़, हिसार, अलवर, पिलानी, गंगानगर, लखनऊ और कूचबिहार में 25 मीटर तथा अमृतसर और लुधियाना, अंबाला, भिवानी, पालम (दिल्ली), फुर्सतगंज, वाराणसी, मेरठ, गया और धुबरी में दृश्यता 50 मीटर रही।
मौसम कार्यालय के मुताबिक, दृश्यता जब शून्य से 50 मीटर के बीच रह जाती है तो उस समय ‘बहुत घना’ कोहरा होता है। वहीं, 51 से 200 मीटर के बीच दृश्यता की स्थिति में ‘घना’, 201 से 500 मीटर के बीच ‘मध्यम’ और 501 से 1,000 मीटर के बीच दृश्यता की स्थिति में ‘हल्का’ कोहरा होता है।
दिल्ली में रविवार सुबह भीषण शीतलहर का प्रकोप रहा। शहर के प्रमुख मौसम केंद्र सफदरजंग वेधशाला में न्यूनतम तापमान 1.9 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो पिछले दो साल में राष्ट्रीय राजधानी में जनवरी के महीने में दर्ज सबसे कम तापमान है।
दिल्ली सहित उत्तर-पश्चिमी भारत में बर्फ से ढके पहाड़ों से आने वाली ठंडी हवाओं के चलते लोधी रोड, आयानगर, रिज और जाफरपुर के मौसम केंद्रों में न्यूनतम तापमान क्रमशः 2.8 डिग्री सेल्सियस, 2.6 डिग्री सेल्सियस, 2.2 डिग्री सेल्सियस और 2.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
आईएमडी ने कहा कि यह लगातार चौथा दिन है जब राष्ट्रीय राजधानी में न्यूनतम तापमान चंबा (8.2 डिग्री), डलहौजी (8.2 डिग्री), धर्मशाला (6.2 डिग्री), शिमला (9.5) शामिल हैं। डिग्री), हमीरपुर (3.9 डिग्री), मनाली (4.4 डिग्री), कांगड़ा (7.1 डिग्री), सोलन (3.6 डिग्री), देहरादून (6 डिग्री), मसूरी (9.6 डिग्री), नैनीताल (6.2 डिग्री), मुक्तेश्वर (6.5 डिग्री) और टिहरी (7.6 डिग्री) समेत हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड के अधिकतर पर्वतीय क्षेत्रों से कम रहा।
भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने कुछ स्थानों पर कृषि, पशुधन, जल आपूर्ति, परिवहन और बिजली क्षेत्र पर प्रभाव पड़ने की चेतावनी दी है। मौसम कार्यालय ने यह भी कहा कि लंबे समय तक ठंड के संपर्क में रहने से ठंड लग सकती है और किसी को कंपकंपी को नजरअंदाज नहीं करना चाहिए, जो इस बात का पहला संकेत है कि शरीर गर्मी खो रहा है और लोगों को घर के अंदर रहना चाहिए।
मौसम विभाग ने रविवार को दिल्ली सहित उत्तर भारत के कुछ हिस्सों के लिए ‘‘ऑरेंज’’ अलर्ट जारी किया, जिसमें घने कोहरे, दिन में ठंड और शीतलहर की स्थिति बनी रहने की चेतावनी दी गई है। परामर्श में कहा गया है, ‘‘विटामिन सी से भरपूर फल और सब्जियां खाएं और रोग प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत बनाए रखने के लिए पर्याप्त गर्म तरल पदार्थ पिएं। बाहरी गतिविधियों में शामिल होने से बचें या उन्हें सीमित करें।’’