राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के मेयर चुनाव के लिए हो रहे चुनाव के बीच आम आदमी पार्टी और भाजपा पार्षदों के बीच हाथापाई और मारपीट के कारण सदन को स्थगित करना पड़ा है। अब आगामी सदन की तारीख को दिल्ली महापौर का चुनाव होगा, जिसकी तारीख उपराज्पाल विनय कुमार सक्सेना तय करेंगे।
बता दें कि चुनाव परिणाम के करीब एक महीने बाद आज यानी शुक्रवार को दिल्ली को मेयर मिलने वाला था। लेकिन मनोनीत सदस्यों को पहले शपथ दिलाने के कारण हंगामा शुरू हो गया। आप पार्षदों के विरोध करने पर भाजपा पार्षद भी सामने आ गए। इस कारण दोनों पार्टियों के पार्षदों में मारपीट और हाथापाई शुरू हो गई।
इस बीच पीठासीन अधिकारी सत्य शर्मा ने कहा कि मैंने सामान्य कार्यवाही की अपील की लेकिन वे हंगामा करना चाहते हैं और डेस्क पर चढ़ गए। वे शांति से बैठें तो हम सबके शपथ ग्रहण के लिए तैयार हैं।
बैठक की शुरुआत भाजपा पार्षद सत्य शर्मा को दिल्ली नगर निगम (एमसीडी) के महापौर और उप महापौर पद के चुनाव के लिए पीठासीन अधिकारी के रूप में शपथ दिलाने के साथ हुई। शर्मा के ‘एल्डरमैन’ मनोज कुमार को शपथ लेने के लिए आमंत्रित करने पर ‘आप’ के विधायक और पार्षद विरोध करने लगे। कई विधायक और पार्षद नारे लगाते हुए सदन में आसन के करीब पहुंच गए।
इसके बाद भाजपा पार्षदों ने ‘आप’ के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल के खिलाफ नारेबाजी शुरू कर दी। जवाब में ‘आप’ के सदस्यों ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के खिलाफ नारे लगाए।
‘आप’ ने आरोप लगाया कि सक्सेना ने उन भाजपा नेताओं को ‘एल्डरमेन’ नियुक्त किया है, जिन्हें नागरिक मुद्दों में विशेषज्ञता हासिल नहीं है।
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने भी गुरूवार को सक्सेना को लिखे पत्र में इस मुद्दे पर अपना विरोध दर्ज कराया था।
एमसीडी में 250 निर्वाचित पार्षद शामिल हैं। दिल्ली में भाजपा के सात लोकसभा सांसद और ‘आप’ के तीन राज्यसभा सदस्य तथा दिल्ली विधानसभा के अध्यक्ष द्वारा नामित 14 विधायक भी महापौर और उप महापौर पद के लिए होने वाले चुनावों में हिस्सा लेंगे। स्थायी समिति के छह सदस्य भी चुने जाएंगे। नौ पार्षदों वाली कांग्रेस ने मतदान में हिस्सा नहीं लेने का फैसला किया है। बैठक एमसीडी मुख्यालय ‘सिविक सेंटर’ इमारत में चल रही है और वहां भारी पुलिस बल तैनात किया गया है।