उत्तर पूर्वी दिल्ली में 24-25 फरवरी को हुई हिंसा के करीब 15 दिन बाद यहां पर अब हालात सामान्य हैं। दिल्ली पुलिस के पीआरओ एमएस रंधावा ने जानकारी देते हुए कहा कि दिल्ली के उत्तर पूर्व जिले में सीएए को लेकर हुई हिंसा को लेकर अब तक 712 एफआईआर दर्ज किया गया है। वहीं, 200 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान एमएस रंधावा ने कहा कि दिल्ली में कानून व्यवस्था के हालात फिलहाल सामान्य हैं। वरिष्ठ अधिकारी लगातार हालात पर नजर बनाए हुए हैं। उत्तर पूर्वी दिल्ली के हिंसा प्रभावित कुछ इलाकों में अब भी पुलिस बल तैनात है।
अब तक 712 मामले दर्ज, 200 लोग गिरफ्तार
गुरुवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस में पुलिस की ओर से कहा गया है कि अब तक हिंसा को लेकर 712 मामले दर्ज किए गए हैं और तकरीबन 200 लोग गिरफ्तार किए गए हैं। हमारे पास बहुत से वीडियो भी हैं, जिनके जरिये हम गुनहगारों तक पहुंचेंगे।पुलिस ने बताया कि दिल्ली पुलिस के हेड कांस्टेबल रतन लाल की मौत के मामले में 7 लोगों को गिरफ्तार किया गया है।
हम सभी फुटेज का विश्लेषण कर रहे हैं- दिल्ली पुलिस
दिल्ली पुलिस पीआरओ एम. एस. रंधावा ने कहा, 'हम सभी फुटेज का विश्लेषण कर रहे हैं, लोगों को पहचानने के लिए फेस रिकग्निशन तकनीक का इस्तेमाल किया जा रहा है। काफी लोग अपने बयान दर्ज कराने के लिए आगे आए हैं। हमारे जो टेक्निकल एवीडेस है उनके मध्यम से एसआईटी और पुलिस काम कर रही है।'
‘कानून को अपने हाथ में लेने वालों के खिलाफ होगी सख्त कार्रवाई’
दिल्ली पुलिस के प्रवक्ता ने कहा हर एफआईआर पर आगे जांच जारी है जिन्होंने भी कानून को अपने हाथ में लिया है उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी और जो भी निर्दोष हैं उनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की जाएगी'।
इससे पहले गृहमंत्री अमित शाह को सौंपी थी विस्तृत रिपोर्ट
इससे पहले दिल्ली पुलिस ने बुधवार को इस विषय पर एक विस्तृत रिपोर्ट गृहमंत्री अमित शाह को सौंपी। साथ ही उन्हें दिल्ली की मौजूदा स्थिति से भी अवगत कराया। दिल्ली पुलिस अधिकारियों की एक टीम, जिसमें विशेष पुलिस आयुक्त प्रवीर रंजन और दिल्ली पुलिस के प्रवक्ता मनदीप सिंह रंधावा शामिल थे, ने गृहमंत्री को यह रिपोर्ट सौंपी।
साथ ही 1984 में हुए दंगों के बाद से अबतक के सबसे बुरी हिंसा के बाद देश की राजधानी में कानून-व्यवस्था की स्थिति के बारे में ब्रीफ भी किया। संसद में बहस से पहले टीम ने संसद में गृहमंत्री के चैंबर में उन्हें यह रिपोर्ट सौंपी।