भारी विरोध प्रदर्शन के बाद दिल्ली पुलिस ने यौन उत्पीड़न के आरोपी जेएनयू के प्रोफेसर अतुल जौहरी को गिरफ्तार कर लिया है। वसंत कुंज थाने के बाहर जेएनयू के छात्र-छात्राएं विरोध प्रदर्शन कर रहे थे। सोमवार को पुलिस और छात्रों के बीच झड़प की भी खबर आईं। प्रदर्शन के बाद पुलिस ने प्रोफेसर पर कम से कम 9 प्राथमिकी दर्ज की है। जिसके बाद छात्रों ने हंगामा रोका।
Delhi Police has arrested Professor Atul Johri of JNU after allegations of sexual harassment were leveled against him by students pic.twitter.com/wI8wj9K75d
— ANI (@ANI) March 20, 2018
बता दें कि जेएनयू के प्रोफेसर अतुल जौहरी पर 9 छात्राओं से यौन उत्पीड़न का आरोप लगा है। इसे लेकर छात्रों और शिक्षकों ने कार्रवाई की मांग करते हुए मोर्चा खोल दिया।
छात्रों पर भी FIR
जेएनयू के प्रोफेसर अशोक कदम ने 17 छात्रों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करवाई है। उन्होंने छात्रों पर दुर्व्यवहार करने का आरोप लगाया है।
क्या कहते हैं छात्र?
छात्र संघ की अध्यक्ष गीता कुमारी कहना है कि 'अब तक नौ छात्राएं उत्पीड़न की रिपोर्ट देने के लिए सामने आई हैं और कई पूर्व छात्राओं ने हमें फोन कर प्रोफेसर के मातहत काम करने के दौरान उनके साथ हुए यौन उत्पीड़न के वाकये बताए हैं।' यूनिवर्सिटी प्रशासन पर हमला बोलते हुए छात्र संघ ने आरोप लगाया, 'आंतरिक शिकायत समिति द्वारा जांच कराने का वादा कर जेएनयू प्रशासन ने प्रोफेसर को बचाने की अपनी मंशा स्पष्ट कर दी है।' छात्रों ने दिल्ली पुलिस पर कार्रवाई में देरी का भी आरोप लगाया।
वहीं, जेएनयूएसयू के पूर्व जनरल सेक्रेटरी रमा नागा ने कहा, 'लैंगिक और सामाजिक न्याय की लड़ाई आसान नहीं है। जेएनयू में तीन दिन का हड़ताल और क्रमिक भूख हड़ताल होगी। जब तक शिकायत करने वाली लड़कियों को न्याय नहीं मिलता और अतुल जोहरी को सस्पेंड नहीं किया जाता, तब तक हम लड़ते रहेंगे।'
आरोपी प्रोफेसर ने बताया प्रायोजित कदम
आरोपी प्रोफेसर ने शुक्रवार को यूनिवर्सिटी के दो प्रशासनिक पदों- मानव संसाधन विकास केंद्र (एचआरडीसी) और इंटरनल क्वालिटी एश्योरेंस सेल( आईक्यूएसी) से 'नैतिक आधार' पर इस्तीफा दे दिया था। हालांकि, उन्होंने दावा किया कि उनके खिलाफ लगाए गए आरोप निहित स्वार्थ वाले कुछ छात्रों का एक 'प्रायोजित कदम' है।