दलित नेता और गुजरात की वडगाम सीट से विधायक जिग्नेश मेवाणी को मुंबई के बाद अब दिल्ली में भी कार्यक्रम की इजाजत नहीं मिली। मेवाणी की ‘युवा हुंकार रैली एवं जनसभा’ को दिल्ली पुलिस ने मंजूरी नहीं दी।
An event, scheduled to be held at Delhi's Parliament Street tomorrow, where Jignesh Mevani was to take part, has been cancelled as of now. (File Pic) pic.twitter.com/5jIEeOOGEl
— ANI (@ANI) January 8, 2018
दलित नेता मेवाणी और उनके अन्य साथी 9 जनवरी को दोपहर 12 बजे पार्लियामेंट स्ट्रीट पर एक रैली करने वाले थे। इस कार्यक्रम में दलितों व अल्पसंख्यकों पर हो रहे हमले, शिक्षा, रोजगार और सामाजिक न्याय का मुद्दा उठाया जाना था। जिग्नेश मेवाणी ने 1 जनवरी को ही ट्वीट कर इस रैली व जनसभा की जानकारी दी थी।
सामाजिक न्याय के लिए
— Jignesh Mevani (@jigneshmevani80) January 2, 2018
युवा हुंकार रैली और जनसभा
9 जनवरी, 2018 (मंगलवार), पार्लियामेंट स्ट्रीट, 12 बजे.
भीम आर्मी के संस्थापक चंद्रशेखर को रिहा करो.
दलितों पर हमला बंद करो.
अल्पसंख्यकों पर हमला नहीं चलेगा।
युवाओं के लिए रोजगार कहाँ हैं, मोदी जी जवाब दो?? pic.twitter.com/bKDUbukHcC
मिली जानकारी के मुताबिक, पुलिस का कहना है कि यदि जबरदस्ती रैली की गई तो कार्रवाई की जाएगी। दिल्ली पुलिस ने कहा कि गणतंत्र दिवस के दौरान पूरी नई दिल्ली में धारा 144 लगा दी जाती है। इस दौरान किसी भी तरह के कार्यक्रम की इजाजत नहीं दी जाती है। साथ ही, पुलिस ने यह भी कहा कि यदि किसी भी तरह धारा 144 को तोड़ा गया तो कानून के तहत कार्रवाई की जाएगी।
पुणे पुलिस ने भीमा-कोरेगांव जातीय हिंसा के बाद दलित नेता जिग्नेश मेवाणी और छात्र नेता उमर खालिद के खिलाफ FIR दर्ज किया गया। पुणे के विश्रामबाग पुलिस स्टेशन में आईपीसी की धारा 153 ए, 505 और 117 के तहत यह केस दर्ज किया गया है। उन पर भीड़ को उकसाने और हिंसा भड़काने का आरोप है। इस बीच, मुंबई पुलिस ने मुंबई में जिग्नेश और उमर के कार्यक्रम को मंजूरी नहीं दी, जिसके बाद छात्रों का गुस्सा फूट पड़ा और वे सड़कों पर उतर आए।
4 जनवरी को मुंबई के भाईदास हॉल में ‘छात्र भारती’ नाम के संगठन ने जिग्नेश और उमर को कार्यक्रम में बुलाया था। छात्र भारती के उपाध्यक्ष सागर भालेराव ने बताया कि उन्होंने भाईदास हॉल को अपने संगठन के ऑल इंडिया समिट के लिए बुक किया था।