राजधानी दिल्ली में शुक्रवार को दूसरे दिन भी शीत लहर का प्रकोप जारी रहा और दक्षिण-पश्चिम दिल्ली के आयानगर में न्यूनतम तापमान गिरकर 1.8 डिग्री सेल्सियस पर पहुंच गया। भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के आंकड़ों के अनुसार, उत्तर-पश्चिम भारत और देश के मध्य तथा पूर्वी हिस्सों में कोहरे की घनी चादर छाई रही, जिससे सड़क और रेल यातायात प्रभावित हुआ।
रेलवे के एक प्रवक्ता ने बताया कि कोहरे के कारण कम से कम 26 ट्रेन के पहुंचने में एक से 10 घंटे की देरी हुई। दिल्ली के प्रमुख मौसम केंद्र सफदरजंग वेधशाला में न्यूनतम तापमान चार डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। बृहस्पतिवार को न्यूनतम तापमान तीन डिग्री सेल्सियस, बुधवार को 4.4 डिग्री सेल्सियस और मंगलवार को 8.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था। दिल्ली में शुक्रवार सुबह लोधी रोड, आयानगर और रिज मौसम केंद्र में न्यूनतम तापमान क्रमश: 3.8 डिग्री सेल्सियस, 1.8 डिग्री सेल्सियस और 3.3 डिग्री सेल्सियस रहा।
गुरूवार को दिल्ली में न्यूनतम तापमान तीन डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था, जो पिछले दो साल में जनवरी में दर्ज सबसे कम तापमान था। इससे दिल्ली में कई हिल स्टेशन के मुकाबले अधिक ठंड रही। शीत लहर का असर पावर ग्रिड पर भी देखा जा रहा है, जिससे बेघरों और जानवरों के लिए चुनौती पैदा हो गई है। इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के पास पालम वेधशाला में सुबह साढ़े पांच बजे दृश्यता 200 मीटर दर्ज की गई।
मौसम कार्यालय के मुताबिक, शून्य से 50 मीटर तक दृश्यता ‘बहुत घने कोहरे’, 51 मीटर से 200 मीटर तक ‘घने कोहरे’, 201 मीटर से 500 मीटर तक ‘मध्यम कोहरे’ और 501 मीटर से 1000 मीटर तक दृश्यता ‘हल्के कोहरे’ की श्रेणी में आती है। आईएमडी के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि सात जनवरी से उत्तर-पश्चिम भारत में एक नए पश्चिमी विक्षोभ के कारण ठंड से थोड़ी राहत मिलने के आसार हैं।