दिल्ली की एक अदालत ने सोमवार को दरियागंज हिंसा में गिरफ्तार किए सभी 15 आरोपियों की न्यायिक हिरासत 18 जनवरी तक बढ़ा दी है। अदालत कल सभी आरोपियों की जमानत याचिका पर सुनवाई करेगी।
नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) के खिलाफ प्रदर्शन के दौरान हिंसा फैलने के मामले में पुलिस ने इन्हें गिरफ्तार किया था। गिरफ्तार किये गए आरोपियों में से एक ने खुद के नाबालिग होने का दावा किया लेकिन पुलिस ने कहा कि उसने उन्हें अपनी उम्र 23 साल बताई थी।
खारिज हो चुकी है जमानत
इससे पहले मेट्रोपोलिटन मजिस्ट्रेट कपिल कुमार ने जमानत याचिका खारिज करते हुए कहा था कि आरोपियों को राहत देने के लिए पर्याप्त आधार नहीं है। गिरफ्तारी का कारण पूछने पर पुलिस ने बताया कि आरोपियों ने पथराव किया। इससे पुलिस उपायुक्त सहित कई लोग घायल हो गए।
कई वाहनों में की थी तोड़फोड़
20 दिसंबर को दरियागंज क्षेत्र में उस समय हिंसा भड़क गई जब नागरिकता कानून के विरोध में प्रदर्शन कर रहे लोगों को पुलिस ने हटाने का प्रयास किया। पुलिस पर उन्होंने पथराव किया। प्रदर्शनकारियों ने एक कार को आग लगा दी और कई अन्य वाहनों को क्षतिग्रस्त कर दिया था।