कांग्रेस में अध्यक्ष पद के लिए चुनाव को लेकर हलचल तेज हो गई है। राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के अध्यक्ष बनने की चर्चा जोर-शोर से हो रही है। वहीं, शशि थरूर भी चुनाव लड़ने की तैयारी में हैं। इस बीच गहलोत और थरूर के बाद अब अध्यक्ष पद के लिए दावेदारों में कांग्रेस के दिग्गज नेता दिग्विजय सिंह का नाम भी सामने आ रहा है।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह आज यानी गुरूवार को दिल्ली पहुंच रहे हैं। उनके पार्टी की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी से मुलाकात करने की संभावना है। न्यूज एजेंसी एएनआई ने सूत्रों के हवाले से कहा है कि कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह पार्टी अध्यक्ष पद के संभावित दावेदार हो सकते हैं। इससे पहले दिग्विजय सिंह ने कहा था कि कोई भी कांग्रेस के अध्यक्ष पद का चुनाव लड़ सकता है। उन्होंने कहा था कि किसी को चुनाव लड़ने से रोका नहीं जा सकता है और न ही किसी को जबरदस्ती चुनाव लड़ने के लिए मजबूर किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस में पहले भी गांधी परिवार से बाहर के अध्यक्ष रहे हैं।
Congress leader Digvijaya Singh will reach Delhi today. He is likely to meet party interim president Sonia Gandhi. He is a likely contender for the post of party president: Sources
(file pic) pic.twitter.com/WHWvG8veRr
— ANI (@ANI) September 22, 2022
इससे पहले बुधवार को राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कांग्रेस अध्यक्ष पद का चुनाव लड़ने का स्पष्ट संकेत देते हुए कहा था कि पार्टी के लोगों का जो फैसला होगा, उसे वह मानेंगे। दिल्ली पहुंचे गहलोत ने यह भी कहा था कि वह कोच्चि जाकर राहुल गांधी को इस बात के लिए मनाने का आखिरी प्रयास करेंगे कि वह पार्टी अध्यक्ष का पद संभालें। उनका कहना था कि राहुल गांधी से बातचीत करने के बाद ही वह तय करेंगे कि आगे क्या करना है।
गहलोत ने राजधधानी दिल्ली में संवाददाताओं से कहा था, ‘‘मुझे कांग्रेस की सेवा करनी है। 40-50 साल से पार्टी की सेवा कर रहा हैं...जहां भी मेरा उपयोग है, मैं वहां तैयार रहूंगा...अगर पार्टी के लोगों लगता है कि मेरी मुख्यमंत्री के रूप में जरूरत है, या अध्यक्ष के रूप में जरूरत है तो मैं मना नहीं कर पाऊंगा।’’
गहलोत ने कहा था, ‘‘अगर मेरा बस चले तो मैं किसी भी पद पर नहीं रहूं। मैं राहुल गांधी के साथ सड़क पर उतरूं और फासीवादी लोगों के खिलाफ मोर्चा खोलूं।’’ उनका कहना था, ‘‘मुझे पार्टी ने सब कुछ दिया है, आज अगर पार्टी संकट में है तो इनके (भाजपा के) कारनामों के कारण है, हमारी गलतियों से नहीं है...आज जो स्थिति है उसमें कांग्रेस का मजबूत होना जरूरी है। कांग्रेस की मजबूती के लिए जहां जरूरत होगी, वहां मैं खड़ा रहूंगा।’’
उन्होंने कहा था, ‘‘मैं कोच्चि जाऊंगा और आखिरी बार राहुल गांधी को मनाने का प्रयास करूंगा। प्रदेश कांग्रेस कमेटी में मैंने ही प्रस्ताव रखा था कि उन्हें अध्यक्ष बनना चाहिए। उन्हें मैं मनाने का प्रयास करूंगा, उसके बाद तय करूंगा।’’
गहलोत ने कहा था कि राहुल गांधी कांग्रेस अध्यक्ष के रूप में ‘भारत जोड़ो यात्रा’ करेंगे तो पार्टी के लिए एक अलग माहौल बनेगा। यह पूछे जाने पर कि अध्यक्ष बन जाने की स्थिति में वह मुख्यमंत्री भी बने रहेंगे तो उन्होंने एक मिसाल देते हुए कहा कि अगर किसी राज्य का मंत्री कांग्रेस अध्यक्ष के चुनाव में खड़ा होता है तो वह मंत्री बना रह सकता है और चुनाव भी लड़ सकता है। उन्होंने कहा था, ‘‘ यह समय बताएगा कि मैं (मुख्यमंत्री) रहूंगा या नहीं। मैं वहां रहना चाहूंगा कि जहां मुझसे पार्टी को फायदा हो। मैं इसमें पीछे नहीं हटूंगा।’’
पार्टी के एक अन्य वरिष्ठ नेता शशि थरूर से अध्यक्ष पद के चुनाव में मुकाबले की संभावना के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा, ‘‘मुकाबला होना चाहिए ताकि लोगों को मालूम पड़े कि पार्टी में आंतरिक लोकतंत्र है। यह आंतरिक लोकतंत्र के लिए अच्छा है। क्या भाजपा में पता चलता है कि राजनाथ सिंह कैसे अध्यक्ष बन गए और जे पी नड्डा कैसे अध्यक्ष बन गए?’’
यह पूछे जाने पर कि उनके अध्यक्ष बन जाने पर राजस्थान के मुख्यमंत्री की जिम्मेदारी कौन संभालेगा तो उन्होंने कहा था, ‘‘अभी तो मैं मुख्यमंत्री हूं।’’
इससे पहले गहलोत ने मंगलवार को जयपुर में कांग्रेस विधायक दल की बैठक में कहा था कि यदि वह पार्टी अध्यक्ष के पद के लिए नामांकन भरेंगे तो विधायकों को दिल्ली पहुंचने का संदेश आयेगा। विधायक दल की बैठक के बाद राजस्थान के एक कैबिनेट मंत्री ने यह जानकारी दी। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता शशि थरूर ने पहले ही संकेत दे दिया है कि वह अध्यक्ष पद का चुनाव लड़ेंगे।
कांग्रेस अध्यक्ष पद के चुनाव के लिए घोषित कार्यक्रम के अनुसार, अधिसूचना 22 सितंबर को जारी की जाएगी और नामांकन दाखिल करने की प्रक्रिया 24 से 30 सितंबर तक चलेगी। नामांकन वापस लेने की अंतिम तिथि आठ अक्टूबर है। एक से अधिक उम्मीदवार होने पर 17 अक्टूबर को मतदान होगा और नतीजे 19 अक्टूबर को घोषित किये जाएंगे।