भारत में फेक न्यूज प्रसारित होने को लेकर आलोचनाओं का सामना कर रहे व्हाट्सएप ने बुधवार को कहा कि वह देश में इस बाबत शिक्षाप्रद वीडियो की शुरुआत कर रहा है। जिनमें यूजर्स को ‘फॉरवर्ड’ निशान के साथ प्राप्त मैसेज को आगे भेजने से पहले उसकी सत्यता परखने और फिर से उसकी जांच करने के लिए को कहा जाएगा।
व्हाट्सएप ने जारी बयान में कहा कि ये वीडियो हिंदी और अंग्रेजी में होंगे और उसकी पेरेंट कंपनी फेसबुक पर उपलब्ध होंगे। समझा जाता है कि सोशल मैसेजिंग एप का यह कदम उन अफवाहों को रोकने के लिए उठाया गया है जिसकी वजह से देश में लोगों का गुस्सा भड़का है। बयान में कहा गया है कि व्हाट्सएप फर्जी खबरों और अफवाहों की पहचान करने के बारे में उपयोक्ताओं को जागरुक करने का अभियान बढ़ा रही है। इस सप्ताह व्हाट्सएप एक नया वीडियो पेश कर रही है जिसमें ‘फॉरवर्ड’ निशान का महत्व बताया जाएगा तथा उन्हें मूल संदेश तैयार करने वाले का पता नहीं होने की स्थिति में तथ्यों की जांच करने को कहा जाएगा।
इसके अलावा बुधवार से ऐसी व्यवस्था लागू हो गई है जिससे एक मैसेज को पांच से ज्यादा लोगों को फॉरवर्ड नहीं किया जा सकेगा
देश में व्हाट्सएप के जरिये प्रसारित कुछ अफवाहों के कारण भीड़ द्वारा हत्या के कई मामले सामने आने के बाद सरकार ने कंपनी को दो नोटिस भेजे। सरकार ने चेतावनी दी थी कि यदि फर्जी खबरों और अफवाहों के प्रसार को रोकने के लिए पर्याप्त कदम नहीं उठाए गए तो उसे भी इनका सहभागी माना जाएगा। सरकार ने व्हाट्सएप से कहा है कि वो इस फर्जी खबरें और मैसेज भेजने वालों की पहचान उजागर करे। व्हाट्सएप ने हालांकि ऐसे लोगों की पहचान बताने से इऩकार कर दिया है।
हाल ही में व्हाट्सएप ने फर्जी संदेश रोकने के लिए कई तरह के कदम उठाए हैं। सरकार के मुताबिक ये कदम फर्जी संदेश रोकने के लिए काफी नहीं है। दूसरी तरफ सरकार ने टेलीकॉम विभाग से राष्ट्रीय सुरक्षा को खतरा होने पर फेसबुक, व्हाट्सएप और टेलीग्राम जैसे एप को ब्लॉक करने पर भी राय मांगी है। मालूम हो कि भारत में व्हाट्सएप पर दुनिया के किसी भी देश के मुकाबले सबसे ज्यादा वीडियो और मैसेज फॉरवर्ड किए जाते हैं।