मानव संसाधन विकास मंत्रालय ने विश्वविद्यालय अनुदान आयोग और विशेषज्ञ समिति की सलाह पर पांच विश्वविद्यालयों को इंस्टीट्यूट ऑफ एमिनेंस (आईओई) का दर्जा दे दिया है। पांच संस्थानों में दिल्ली विश्वविद्यालय (डीयू) , आईआईटी मद्रास, आईआईटी खड़गपुर, हैदराबाद विश्वविद्यालय और काशी हिंदू विश्वविद्यालय (बीएचयू) शामिल हैं। इंस्टीट्यूट ऑफ एमिनेंस टैग के तहत 20 विश्व स्तरीय संस्थानों को विकसित करने का लक्ष्य रखा है, जो भारत को वैश्विक शिक्षा मानचित्र पर लेकर आयेगा। चुने गए विश्वविद्यालयों को फीस, कोर्स का समय और शासन संरचनाओं को तय करने की स्वतंत्रता दी जाएगी। सरकारी संस्थानों को 1,000 करोड़ का सरकारी अनुदान भी प्राप्त होगा।
यूजीसी ने की थी 20 संस्थानों की सिफारिश
मालूम हो कि विशेषज्ञ समिति ने आईआईटी मद्रास और खड़गपुर, दिल्ली विश्वविद्यालय, हैदराबाद विश्वविद्यालय और बनारस हिंदू विश्वविद्यालय सहित 20 संस्थानों को यूजीसी ने विगत अगस्त महीने में 'इंस्टीट्यूट ऑफ एमिनेंस' का दर्जा देने की सिफारिश की थी।
इससे पहले दिसंबर में समिति ने 19 और नामों की सिफारिश की और यूजीसी को 'इंस्टीट्यूट ऑफ एमिनेंस' (आईओए) टैग के लिए सभी 30 पर विचार करने को कहा था लेकिन यूजीसी की इस लिस्ट में 20 यूनिवर्सिटी है। यूजीसी की परिषद की बैठक में इस पर फैसला किया गया। यूजीसी ने कहा कि योजना के अनुसार, सिर्फ 20 संस्थानों को ही यह टैग प्रदान किया जा सकता है, जिसमें 10 प्राइवेट और 10 सरकारी संस्थान हैं।