कोरोनावायरस का संक्रमण रोकने के लिए उत्तर प्रदेश के 15 जिलों को सील किए जाने की खबर जैसे ही लोगों ने सुनी तो इन जिलों में अफरा-तफरी का माहौल छा गया। लोग जरूरी सामानों की खरीदारी के लिए दुकानों पर टूट पड़े। दुकानों से सामान गायब हो गया तो कई जगहों पर आलू-प्याज भी खत्म हो गई।
दूध, नमकीन, बिस्कुट, चीनी, चाय की पत्ती, सब्जी, फल और जीवनरक्षक दवाएं खरीदने को जगह-जगह भीड़ लग गई। निजी वाहनों की संख्या भी सडक़ों पर बढ़ गई, जिससे विभिन्न मुख्य बाजारों और मार्गों पर यातायात जाम हो गया। हर किसी की जुबान पर सिर्फ यही सवाल था कि गुरुवार से जिले में सब कुछ बंद हो जाएगा।
गाजियाबाद के वसुंधरा का एक सेक्टर हॉटस्पॉट क्षेत्र में होने के कारण उस सेक्टर से लगे बाजार को भी बंद कर दिया गया तो प्रतापविहार में भी दुकानों पर लोगों की लंबी लाइन लग गई। कई दुकानों पर आटा तक खत्म हो गया। इसी तरह की शिकायत मुजफ्फरनगर और शामली से भी आईं । स्थिति को संभालने के लिए जिलों के डीएम और एसएसपी को आगे आना पड़ा।
यूपी के 15 जिलों के हॉटस्पॉट होंगे सील
बता दें कि यूपी सरकार ने 15 जिलों के हॉटस्पॉट्स को आज आधी रात से 15 अप्रैल तक "पूरी तरह से सील" करने का फैसला लिया है। कोरोनावायरस से प्रभावित 37 जिलों में से, इन 15 जिलों में सबसे अधिक मामले सामने आए हैं। सील किए जाने वाले जिलों में लखनऊ, नोएडा, गाजियाबाद, सीतापुर, कानपुर, आगरा, फिरोजाबाद, बरेली, मेरठ, शामली, सहारनपुर, बुलंदशहर, वाराणसी, महाराजगंज और बस्ती शामिल हैं।
जरूरी चीजों की होम डिलीवरी की जाएगी
15 जिलों में जो हॉटस्पॉट हैं, उसमें सभी में पूरी तरह से सख्ती की जाएगी, यानी यहां पर पूरी तरह लॉकडाउन लागू करवाया जाएगा। इन इलाकों का कोई भी व्यक्ति न ही यहां से बाहर जा पाएगा, और न ही बाहर का कोई व्यक्ति इन इलाकों में एंट्री पा सकेगा, यानी पूरी तरह से आवाजाही रोकी जाएगी। इन इलाकों के सारे घरों को सेनेटाइज किया जाएगा और यहां आवश्यक वस्तुओं की पूर्ति होम डिलीवरी के जरिए की जाएगी। किसी को भी अपने घरों से बाहर निकलने की अनुमति नहीं दी जाएगी। लोगों की दुकानों पर भी जाने पर बैन रहेगा। जिनके पास कर्फ्यू पास होगा, सिर्फ वही सड़क पर निकल पाएंगे। इन जिलों में जारी किए गए पासों की समीक्षा की जाएगी और अनावश्यक पासों को निरस्त किया जाएगा।