पश्चिम बंगाल के चर्चित शारदा चिटफंड घोटाले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने पूर्व वित्त मंत्री पी चिदम्बरम की पत्नी नलिनी चिदम्बरम को 20 जून को पेश होने के लिए समन जारी किया है।
ईडी ने इस मामले में नलिनी चिदम्बरम का नाम सामने आने पर पहले भी उन्हें तीन बार नोटिस दे चुका है लेकिन वह एक बार भी ईडी के सामने पेश नहीं हुई हैं। नलिनी सुप्रीम कोर्ट की वकील हैं। मौजूदा मामला शारदा समूह द्वारा उन्हें कानूनी शुल्क का भुगतान किए जाने से जुड़ा है। इस मामले में ईडी और सीबीआई उनसे पहले भी पूछताछ कर चुकी है।
जेल में बंद शारदा समूह के अध्यक्ष सुदीप्त सेन ने नलिनी को वकील के रूप में रखे जाने का जिक्र किया था। उन्होंने बताया था कि कांग्रेस नेता मतंग सिंह से अलग हुई उनकी पत्नी मनोरंजना सिंह के आग्रह पर नलिनी को वकील के रूप में रखा गया था। नलिनी ने मनोरंजना का प्रतिनिधित्व किया और पूर्वोत्तर में समूह द्वारा एक टीवी चैनल हासिल करने की योजना के सिलसिले में सेन के साथ उनकी बातचीत में उनसे पेशेवर सलाह देने को कहा गया।
नलिनी के बेटे कार्ति चिदंबरम को एयरसेल-मेक्सिस सौदा मामले में आरोपी हैं। 2006 में एयरसेल-मेक्सिम सौदे के तहत विदेशी निवेश संवर्धन बोर्ड (एफआईपीबी) की मंजूरी मिलने के मामले की जांच सीबीआई तथा प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) कर रहा है। उस समय पी चिदंबरम वित्तमंत्री थे। कार्ति चिदंबरम आईएनएक्स मीडिया मामले में भी आरोपी हैं। उन पर 305 करोड़ रुपये से ज्यादा का निवेश करने के लिए बिना नियम के एफआईपीबी की मंजूरी लेने का आरोप है।