लुटियंस दिल्ली में शुक्रवार शाम को इजरायली दूतावास के बाहर एक विस्फोट हुआ। विस्फोट में कुछ कारें क्षतिग्रस्त हो गईं। घटना में किसी के घायल होने की सूचना नहीं है। स्पेशल सेल की टीम मौके पर पहुंच गई है। दिल्ली पुलिस ने धमाके की पुष्टि की है। आगे की जांच चल रही है। गृह मंत्री अमित शाह ने दिल्ली पुलिस के कमिश्नर से बात की। उन्होंने धमाके की जानकारी ली। घटना के बाद भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर ने इजराइली विदेश मंत्री गबी अशकेनजी से बात की। विस्फोट पर एस जयशंकर ने कहा कि हमने इसे बहुत गंभीरता से लिया है। उन्हें दूतावास और इजरायली राजनयिकों के लिए पूरी सुरक्षा का आश्वासन दिया गया है।
दूतावास के पास ब्लास्ट के बाद सीआईएसएफ ने एयरपोर्ट, सरकारी इमारतों और अन्य महत्वपूर्ण स्थानों की सुरक्षा बढ़ा दी है। एनआईए के अधिकारी भी मौके पर मौजूद हैं। साथ ही बम और डॉग स्क्वायड की टीम भी पहुंची है। दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल इलाके में लगे सीसीटीवी फुटेज की जांच कर रही है।
दिल्ली पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि जब तक फायर ब्रिगेड की गाड़ी पहुंची, तब तक पुलिस ने पहले ही सारा एरिया कवर कर दिया था।एक अग्निशमन अधिकारी ने कहा, "दो से तीन कारों के शीशे टूटे हैं। तीन फायर टेंडर मौके पर पहुंचाए गए।" अग्निशमन विभाग को शाम 5.11 बजे फोन आया, उस समय कुछ किलोमीटर दूर राजपथ पर बीटिंग रिट्रीट समारोह चल रहा था। दूतावास एपीजे अब्दुल कलाम रोड पर है।
दिल्ली पुलिस के अतिरिक्त पीआरओ अनिल मित्तल ने बताया कि शुरुआती जांच से ऐसा लग रहा है किसी ने सनसनी फैलाने के लिए यह काम किया है।
बता दें कि इससे पहले वर्ष 2012 में इजराइली दूतावास को निशाना बनाया गया था। धमाका इतना तेज था कि कार के बगल से गुजर रही टैक्सी और पीछे आ रही इंडिका कार के शीशे भी चकनाचूर हो गए। धमाके के तुरंत बाद कार में आग लग गई। लोगों ने तत्परता दिखाते हुए इजराइली राजनियक महिला और चालक को कार से निकालकर अस्पताल में भर्ती कराया था। इजरायल के तत्कालीन प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने इसके पीछे आतंकी संगठन हिजबुल्ला और ईरान का हाथ बताया था।