निर्दलीय सांसद नवनीत राणा और उनके विधायक पति रवि राणा के साथ-साथ उनके करीब 15 समर्थकों के खिलाफ अमरावती में दंपत्ति के स्वागत कार्यक्रम के दौरान कथित तौर पर विभिन्न नियमों का उल्लंघन करने और यातायात बाधित करने का मामला दर्ज किया गया है। जेल से छूटने के बाद पहली बार कल नवनीत राणा अमरावती पहुंची थीं। उनके खिलाफ सड़क पर मंच बनाकर देर रात लाउडस्पीकर बजाने की शिकायत हुई है।
लोकसभा सांसद नवनीत राणा और बडनेरा से विधायक उनके पति का 36 दिन बाद शहर लौटने पर शनिवार देर रात यहां समर्थकों ने भव्य स्वागत किया। स्थानीय पुलिस अधिकारियों ने कहा कि स्वागत जुलूस ने कई स्थानों पर यातायात बाधित किया, जबकि दंपति द्वारा की गई 'आरती' में रात 10 बजे के बाद भी लाउडस्पीकर का इस्तेमाल किया गया। अमरावती की पुलिस आयुक्त आरती सिंह ने बताया कि राणा दंपत्ति पर राजापेठ पुलिस थाने ने इन उल्लंघनों के लिए आईपीसी, महाराष्ट्र पुलिस अधिनियम और पर्यावरण संरक्षण अधिनियम के प्रावधानों के तहत मामला दर्ज किया है।
इससे पहले नवनीत राणा और उनके विधायक पति रवि राणा शनिवार को दिल्ली से नागपुर पहुंचे थे और एक स्थानीय मंदिर में हनुमान चालीसा का पाठ किया था।राणा दंपति को 23 अप्रैल को यह घोषणा करने के बाद गिरफ्तार किया गया था कि वे मुंबई के बांद्रा में महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के निजी आवास 'मातोश्री' के सामने हनुमान चालीसा का पाठ करेंगे, इस कदम से शिवसेना कार्यकर्ताओं के साथ तनावपूर्ण गतिरोध पैदा हो गयाथा।
उन्हें 4 मई को मुंबई की एक विशेष अदालत ने जमानत दे दी थी। अमरावती से लोकसभा सांसद नवनीत राणा ने पत्रकारों से कहा, ‘हमने हनुमान चालीसा का पाठ किया और आरती की. संघर्ष के बावजूद हम राज्य पर शनि की साढ़े साती हटाने के लिए प्रार्थना करने यहां पहुंचे। हमने बेरोजगारों को नौकरी मिलने के लिए भी प्रार्थना की।’
राणा दंपति के बाद राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के कार्यकर्ताओं ने भी यहां रामनगर स्थित इसी मंदिर में ‘हवन’ किया और हनुमान चालीसा का पाठ किया। शरद पवार की अगुवाई वाली पार्टी के कार्यकर्ताओं ने कहा कि उन्होंने महंगाई पर काबू पाने के लिए प्रार्थना की।