भारत के सभी बड़े एयरपोर्ट्स पर अगले एक साल के अंदर फुल बॉडी स्कैनर्स लग जाएंगे। वहीं दो साल के अंदर देश के सभी बड़े-छोटे हवाई अड्डों पर इन्हें लगाना अनिवार्य होगा। नागरिक उड्डयन सुरक्षा ब्यूरो ने एयरपोर्ट्स पर सुरक्षा संवेदनशीलता को देखते हुए यह आदेश जारी किया। इससे पहले जून में केंद्र सरकार ने देश के 105 में से 84 एयरपोर्ट्स को मार्च 2020 तक बॉडी स्कैनर लगाने के निर्देश जारी किए थे।
मेटल डिटेक्टर और हाथ से चेकिंग वाले स्कैनर्स की नहीं होगी जरूरत
एयरपोर्ट्स पर बॉडी स्कैनर्स लगने के बाद यात्रियों की चेकिंग में इस्तेमाल होने वाले वॉक-थ्रू डोर फ्रेम मेटल डिटेक्टर और हाथ से चेकिंग करने वाले स्कैनर्स की जरूरत खत्म हो जाएगी। इसी साल अप्रैल में ब्यूरो की ओर से जारी एक सर्कुलर में कहा गया था कि वॉक-थ्रू मेटल डिटेक्टर्स बिना धातु के हथियार और विस्फोटकों की पहचान नहीं कर सकते, जबकि बॉडी स्कैनर्स इन सभी चीजों को पकड़ लेता है। सर्कुलर में कहा गया था कि 105 में से 84 एयरपोर्ट को एक साल के अंदर, जबकि बाकी एयरपोर्ट्स को मार्च 2021 तक बॉडी स्कैनर लगाने अनिवार्य होंगे।
सभी बड़े एयरपोर्ट्स पर पहले लगेंगे बॉडी स्कैनर्स
देश के 105 ऑपरेशनल एयरपोर्ट्स में अभी 28 को अतिसंवेदनशील की श्रेणी में रखा गया है। इनमें दिल्ली, मुंबई, कोलकाता और चेन्नई के एयरपोर्ट शामिल हैं। इसके अलावा जम्मू-कश्मीर और पूर्वोत्तर के कुछ एयरपोर्ट्स को भी इसी श्रेणी में रखा गया है। 56 अन्य एयरपोर्ट्स को संवेदनशील की कैटेगरी दी गई है। सबसे पहले इन 84 एयरपोर्ट्स को ही बॉडी स्कैनर लगाने के निर्देश दिए गए हैं।
अगस्त में एयरपोर्ट्स पर जारी हुए चार अलर्ट
नागरिक उड्डयन सुरक्षा ब्यूरो की जॉइंट डीजी ज्योति नारायण ने कहा कि केंद्रीय एजेंसियों की मंजूरी के बाद अगस्त में हमने देशभर के एयरपोर्ट्स पर चार अलर्ट जारी किए थे। यह अलर्ट फिलहाल वापस ले लिए गए हैं। लेकिन जम्मू-कश्मीर और सीमा पर स्थित एयरपोर्ट्स पर अलर्ट जारी है।