पिछले सप्ताह सुप्रीम कोर्ट के बाहर खुदकुशी की कोशिश के दौरान बुरी तरह झुलसी रेप पीड़िता की मौत हो गई है। युवती ने 16 अगस्त को दिल्ली में सुप्रीम कोर्ट के गेट के बाहर अपने दोस्त के साथ मिलकर आत्मदाह की कोशिश की थी। घटना में घायल उसके दोस्त की पहले ही मौत हो चुकी है।
पिछले सप्ताह सुप्रीम कोर्ट के बाहर खुदकुशी की कोशिश के दौरान बुरी तरह झुलसी रेप पीड़िता की मौत हो गई है। युवती ने 16 अगस्त को दिल्ली में सुप्रीम कोर्ट के गेट के बाहर अपने दोस्त के साथ मिलकर आत्मदाह की कोशिश की थी। घटना में घायल उसके दोस्त की पहले ही मौत हो चुकी है।
पीड़िता को बचाने के लिए डॉक्टरों ने बहुत प्रयास किया लेकिन अत्यधिक जल जाने और सेप्टीसीमिया हो जाने की वजह से उसे बचाया नहीं जा सका। इस सूचना के बाद दिल्ली से लेकर वाराणसी तक हड़कंप मचा हुआ है।
खुदकुशी करने से पहले पीड़िता ने अपने मित्र सत्यम के साथ एक फेसबुक लाइव किया था, जिसमें वाराणसी पुलिस के कुछ लोगों पर जबरन प्रताड़ित करने का आरोप लगाया था। आत्मदाह की घटना के बाद योगी सरकार मामले को लेकर गंभीर हुई थी। घटना के कुछ घंटे बाद ही वाराणसी के एसएसपी रहे अमित पाठक को गाजियाबाद के डीआईजी के पद से हटा दिया गया। साथ ही, वाराणसी के कैंट थाना प्रभारी राकेश सिंह और मामले की विवेचना कर रहे गिरजा शंकर यादव को निलंबित कर दिया गया।
मामले की गंभीरता को देखते हुए बुधवार 18 अगस्त को राज्य सरकार ने एसआईटी के हवाले जांच कर दी थी। एसआईटी में डीजी आरके विश्वकर्मा और एडीजी नीरा रावत को रखा गया है। एसआईटी अब मामले के हर पहलू की जांच कर दो सप्ताह में अपनी रिपोर्ट शासन को सौंपनी है।
जानें क्या है पूरा मामला
मऊ जिले की घोसी लोकसभा सीट से बहुजन समाज पार्टी सांसद अतुल राय के खिलाफ बलिया की रहने वाली पीड़िता ने एक मई 2019 को वाराणसी के लंका थाने में दुष्कर्म का मुकदमा दर्ज कराया था। पीड़िता का आरोप है कि अतुल राय ने सात मार्च 2018 को उसे लंका स्थित अपने फ्लैट में पत्नी से मिलाने के बहाने बुलाया था। वहां पहुंचने पर उसके साथ दुष्कर्म किया गया और अश्लील वीडियो भी बना लिया। एफआईआर दर्ज होने के बाद पुलिस ने अतुल राय पर शिकंजा कसा तो वो अंडरग्राउंड हो गए, और चुनाव में जीत हासिल करते ही सरेंडर कर दिया था। इसके बाद से नैनी जेल में हैं।