राष्ट्रीय परीक्षण एजेंसी (एनटीए) द्वारा आयोजित अत्यधिक प्रतिस्पर्धी एनईईटी-यूजी और यूजीसी-नेट परीक्षाओं में कई अनियमितताओं को लेकर चल रहे विवाद के बीच, भारत व्यापार संवर्धन संगठन के अध्यक्ष और एमडी प्रदीप सिंह खरोला को जनरल सुबोध कुमार सिंह की जगह एनटीए डीजी का अतिरिक्त प्रभार सौंपा गया है। वही, स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा, नीट-पीजी प्रवेश परीक्षा स्थगित कर दी गई है और नई तिथि जल्द घोषित की जाएगी।
रिपोर्ट के अनुसार, परीक्षाओं में अनियमितताओं के विवाद के बीच सिंह को "अनिवार्य प्रतीक्षा" पर रखा गया है। खरोला कर्नाटक कैडर के आईएएस रहे हैं। नीट पेपर लीक और यूसीसी-नेट की परीक्षाओं के पेपर लीक मामले को लेकर एनटीए पर लगातार सवाल खड़े हो रहे थे। विपक्ष लगातार सरकार पर सवाल खड़े कर रहा था, देशभर में छात्रों द्वारा प्रदर्शन किए जा रहे हैं। सरकार ने अब इस मामले में बड़ी कार्रवाई की है।
सरकार ने यूजीसी-नेट को रद्द कर दिया है, जबकि एनईईटी-यूजी में भी पेपर लीक के आरोप हैं और इसे रद्द करने की मांग की जा रही है। पांच मई को नीट परीक्षा 4,750 केंद्रों पर आयोजित की गई थी और लगभग 24 लाख उम्मीदवार इसमें शामिल हुए थे। नतीजा 14 जून को घोषित होने की उम्मीद थी, लेकिन इसे समय से पहले ही चार जून को घोषित कर दिया गया क्योंकि उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन पहले पूरा हो गया था।
वहीं, केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने शनिवार को कहा कि उसने कुछ प्रतियोगी परीक्षाओं की ईमानदारी पर हाल ही में लगे आरोपों के मद्देनजर "एहतियाती उपाय" के तौर पर 23 जून को होने वाली नीट-पीजी प्रवेश परीक्षा को स्थगित करने का फैसला किया है।
स्वास्थ्य मंत्रालय ने मेडिकल छात्रों के लिए राष्ट्रीय परीक्षा बोर्ड (एनटीए) द्वारा आयोजित नीट-पीजी प्रवेश परीक्षा की प्रक्रियाओं की मजबूती का गहन आकलन करने का फैसला किया है। मंत्रालय ने कहा, "इसके अनुसार एहतियाती उपाय के तौर पर कल यानी 23 जून, 2024 को होने वाली नीट-पीजी प्रवेश परीक्षा को स्थगित करने का फैसला किया गया है।" इस परीक्षा की नई तारीख जल्द से जल्द अधिसूचित की जाएगी। "स्वास्थ्य मंत्रालय छात्रों को हुई असुविधा के लिए खेद व्यक्त करता है। यह निर्णय छात्रों के सर्वोत्तम हित में और परीक्षा प्रक्रिया की पवित्रता बनाए रखने के लिए लिया गया है।"