नई दिल्ली, केंद्रीय युवा मामले और खेल मंत्री डॉ. मनसुख मंडाविया ने गुरु गोबिंद सिंह इंद्रप्रस्थ यूनिवर्सिटी के 19वें वार्षिक खेल समारोह में कहा, "किसी भी क्षेत्र में सफलता के लिए कड़ी मेहनत और समर्पण आवश्यक है।" उन्होंने 70 से अधिक कॉलेजों के 11,000 से अधिक छात्रों को संबोधित किया, जो 20 से अधिक खेल श्रेणियों में भाग ले रहे हैं।
डॉ. मंडाविया ने छात्र समुदाय से 'माई भारत' डिजिटल प्लेटफॉर्म पर पंजीकरण करने और युवा नेतृत्व और सामाजिक संघटन को बढ़ावा देने का आग्रह किया। साथ ही उन्होंने 'राष्ट्रीय कैरियर सेवा' पोर्टल पर पंजीकरण करने के लिए कहा, जो रोजगार के अवसर प्रदान करता है।
उन्होंने कहा, "एक स्वस्थ नागरिक बनने के लिए शारीरिक रूप से फिट होना आवश्यक है, और इसके लिए खेल के मैदान में समय बिताना जरूरी है। स्वस्थ नागरिक राष्ट्र की समृद्धि और कल्याण में योगदान करता है। “आइए हम 1947 तक एक विकसित राष्ट्र 'विकसित भारत' बनने की दिशा में काम करें।"
इस अवसर पर, 2024 पेरिस ओलंपिक में पुरुष फ्रीस्टाइल कुश्ती में कांस्य पदक विजेता अमन सेहरावत ने अपनी कहानी साझा की, जिसमें उन्होंने 10 साल की उम्र में अपने माता-पिता को खोने के बाद ओलंपिक पदक जीतने के लिए कड़ी मेहनत की और अपने लक्ष्य पर फोकस किया।
यूनिवर्सिटी के कुलपति पद्मश्री प्रो. (डॉक्टर) महेश वर्मा ने कहा, "यह केवल एक इवेंट नहीं है, बल्कि हमारे दिलों के करीब एक उत्सव है, जो हर एथलीट के दिल में दृढ़ता, संघर्ष और खेल भावना को प्रदर्शित करता है। खेल इवेंट अक्सर शारीरिक ताकत और जीत के रूप में देखा जाता है, लेकिन हम जानते हैं कि खेल की सच्ची भावना स्कोर और ट्रॉफी से परे है। यह हमें अमूल्य जीवन के सबक सिखाता है - कैसे हर गिरावट के बाद उठना, कैसे विनम्रता से जीतना और अनुग्रह के साथ हारना, और सबसे महत्वपूर्ण, कैसे व्यक्तिगत उत्कृष्टता की दिशा में संघर्ष करते हुए टीम के रूप में काम करना।"
उन्होंने यूनिवर्सिटी द्वारा एथलीटों के लिए इनडोर स्टेडियम बनाने और अगली पीढ़ी के चैंपियनों को तैयार करने की योजनाओं के बारे में भी बताया। उन्होंने विश्वविद्यालय के योग्य उम्मीदवारों के लिए खेल कोटा और शुल्क माफी का विशेष उल्लेख किया। ‘मार्च पास्ट’ इवेंट में यूनिवर्सिटी से संबद्ध आर्मी इन्स्टिटूट ने प्रथम और दूसरा स्थान एवं सेंट स्टीफेंस कॉलेज औफ नर्सिंग को तीसरा स्थान प्राप्त हुआ।