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हरियाणा से लेकर दिल्ली तक हिंसा का असर, सियासी पटल पर किसने क्या कहा, जानें

हरियाणा के नूंह जनपद में भड़की साम्प्रदायिक हिंसा का असर नूंह के साथ गुरुग्राम और दिल्ली में भी देखने...
हरियाणा से लेकर दिल्ली तक हिंसा का असर, सियासी पटल पर किसने क्या कहा, जानें

हरियाणा के नूंह जनपद में भड़की साम्प्रदायिक हिंसा का असर नूंह के साथ गुरुग्राम और दिल्ली में भी देखने को मिल रहा है। अबतक छह लोग अपनी जान गंवा चुके हैं। पुलिस अपना काम कर रही है। नूंह सहित आसपास के क्षेत्रों और दिल्ली में भी अलर्ट है। सियासी पटल पर इस हिंसा को लेकर क्या बातें चल रही हैं, आइए एक नज़र इनपर: 

 

~ मायावती ने मणिपुर से की हरियाणा की तुलना

 

बसपा सुप्रीमो और यूपी की पूर्व मुख्यमंत्री, मायावती ने कहा, "हरियाणा में दंगे भड़कना, बिना किसी रोक-टोक के गुरुग्राम के कुछ हिस्सों में फैलना, हिंसा भड़कना और सार्वजनिक संपत्ति और धार्मिक स्थलों को भारी नुकसान पहुंचाना...यह मणिपुर की तरह हरियाणा में भी कानून-व्यवस्था की विफलता को साबित करता है।"

 

 

~ कांग्रेस ने सरकार पर किया वार

 

कांग्रेस सांसद रणदीप सुरजेवाला का कहना है, "जब गुरुग्राम, नूंह, सोहना में ये हिंसक झड़पें हुईं तो सरकार क्या कर रही थी...यह सरकार (हरियाणा सरकार) की दुर्भावना थी।"

 

 

~ फारूक अब्दुल्ला ने जताया दुख

 

नेशनल कॉन्फ्रेंस (एनसी) के अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला कहते हैं, "नूह में जो कुछ भी हुआ वह दिल दहला देने वाला है। धर्म पर लड़ाई भारत के लिए अच्छी नहीं है। भारत सबका देश है, यहां हर धर्म को आगे बढ़ने का अधिकार है।”

 

 

~ केंद्रीय मंत्री कृष्णा पाल गुर्जर बोले "ऐसा पहली बार हुआ है..."

 

फरीदाबाद से सांसद और केंद्रीय मंत्री कृष्णा पाल गुर्जर ने कहा, "यह एक दुर्भाग्यपूर्ण घटना है। स्थिति धीरे-धीरे सामान्य हो रही है और हमने उपद्रवियों को संदेश भेज दिया है कि जो भी कानून हाथ में लेने की कोशिश करेगा, उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। हर साल शोभा यात्रा शांतिपूर्ण तरीके से होती है और ऐसी कोई घटना पहले नहीं हुई है, यह पहली बार है कि यात्रा पर हमला किया गया है।"

 

~ हरियाणा सांसद दीपेंद्र हुड्डा ने "प्रशासनिक विफलता" पर दिया ज़ोर 

 

हरियाणा के सांसद दीपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा, "यह सरकार की प्रशासनिक विफलता है जिसके कारण यह घटना हुई...अगर उन्होंने समय पर कार्रवाई की होती और पुलिस तैनात की होती तो यह स्थिति नहीं होती। डिप्टी सीएम ने जारी बयान में प्रशासनिक विफलता की भी बात कही।"

 

~ महबूबा मुफ्ती ने कहा, "सुप्रीम कोर्ट एकमात्र उम्मीद..."

 

पीडीपी प्रमुख महबूबा मुफ्ती ने कहा, "सुप्रीम कोर्ट आज मणिपुर और हरियाणा की याचिकाओं पर सुनवाई कर रहा है। सुप्रीम कोर्ट ही एकमात्र उम्मीद है। सुप्रीम कोर्ट को देखना होगा कि यह देश संविधान के मुताबिक चलेगा या नहीं भाजपा का एकमात्र एजेंडा लोकतंत्र को खत्म करना है। अगर एससी इस देश को बचाना चाहता है, तो उन्हें संविधान की रक्षा करनी होगी। अब केवल सुप्रीम कोर्ट ही इसे बचा सकता है।" 

 

 

~ हिंसा में शामिल लोगों के पास हथियार कहां से आए ?

 

केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत सिंह ने कहा, "मैं हरियाणा में एम्स के उद्घाटन के लिए उन्हें आमंत्रित करने के लिए पीएम से मिला।" हरियाणा के नूंह में हुई हिंसा पर वह कहते हैं, ''अगर दोनों समुदायों के पास हथियार थे तो यह जांच का विषय है कि उनके पास हथियार कैसे आए और उन्होंने ऐसा माहौल क्यों बनाया। हरियाणा सरकार जांच कराएगी।"

 

 

~ हरियाणा के कैबिनेट मंत्री ने किया कार्रवाई का वादा

 

नूंह घटना पर हरियाणा के परिवहन मंत्री मूलचंद शर्मा ने कहा, "जो भी लोग इसमें शामिल हैं हम उनके ख़िलाफ़ कार्रवाई करेंगे। हरियाणा परिवहन की बसों को कोई नुकसान नहीं हुआ लेकिन निजी वाहनों को नुकसान हुआ है। जब तक शांति बहाली नहीं हो जाती तब तक नूंह और उसके आस-पास बसों को रोका गया है।"

 

 

आपको बता दें कि नूंह हिंसा के खिलाफ बजरंग दल कार्यकर्ताओं ने दिल्ली के घोंडा चौक पर विरोध प्रदर्शन किया। भीड़ को नियंत्रित करने के लिए जगह-जगह पुलिस बैरिकेडिंग की गई। विश्व हिंदू परिषद (वीएचपी) ने हरियाणा के नूंह में हाल ही में हुई हिंसक झड़पों के खिलाफ विरोध प्रदर्शन का आह्वान किया है। 

 

डीसीपी नॉर्थ ईस्ट, जॉय टिर्की ने बताया कि मौजपुर चौक और नॉर्थ ईस्ट जिले के अन्य इलाकों में स्थिति "सामान्य" है। हालांकि, अभी भी पुलिस महकमा और पूरा प्रशासन जगह जगह अलर्ट पर है। हरियाणा में हिंसा की हालिया घटनाओं के बाद गुरुग्राम जिले के बादशाहपुर में रैपिड एक्शन फोर्स के जवानों ने फ्लैग मार्च किया गया। 

 

इससे पहले बुधवार को, मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने कहा था, "घटना में दो होम गार्ड और चार नागरिकों सहित छह लोगों की मौत हो गई है। अब तक 116 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। दोषी पाए जाने वालों को बख्शा नहीं जाएगा। हम जनता की सुरक्षा के लिए प्रतिबद्ध हैं। राज्य में स्थिति सामान्य है।" उन्होंने जनता से शांति और भाईचारा बनाए रखने की अपील की।

 

 

हरियाणा के गृह मंत्री अनिल विज ने कहा था, "नूंह में स्थिति नियंत्रण में है...करीब 44 एफआईआर दर्ज की गई हैं। अब तक 116 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है। इसके पीछे एक साजिश है। जिस तरह से पत्थर, हथियार और गोलियां मिली हैं, उससे लगता है कि इसके पीछे कोई मास्टरमाइंड है। हम विस्तृत जांच करेंगे और इसमें शामिल लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करेंगे।''

 

 

हरियाणा के उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने कहा, "यात्रा आयोजकों ने जिला प्रशासन को यात्रा के बारे में पूरी जानकारी नहीं दी। इस वजह से यह घटना हुई...घटना के लिए जिम्मेदार लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।" दुष्यंत चौटाला ने कहा कि अगर यात्रा के आयोजकों ने जिला प्रशासन को यात्रा के बारे में पूरी जानकारी दी होती तो नूंह जिले में हिंसा से बचा जा सकता था।

 

गौरतलब है कि हरियाणा के नूंह में सोमवार को एक धार्मिक जुलूस पर पथराव के बाद दो गुट आपस में भिड़ गए। इसके बाद से ही हिंसा लगातार फैल रही है। हरियाणा के गुरुग्राम और आसपास के इलाकों में सांप्रदायिक झड़पों के बाद अलर्ट जारी होने के बाद दिल्ली पुलिस ने मंगलवार को राष्ट्रीय राजधानी में गश्त बढ़ा दी।

 

नूंह में सोमवार आधी रात से 48 घंटे के लिए धारा 144 लागू कर दी गई और जिले में मोबाइल इंटरनेट सेवाएं अस्थायी रूप से निलंबित कर दी गई।मंगलवार को गुरुग्राम के बादशाहपुर और सोहना रोड पर ताजा हिंसा की खबरें आईं। भीड़ ने एक विशेष समुदाय की कुछ दुकानों में तोड़फोड़ की और बादशाहपुर में एक मस्जिद के सामने "जय श्री राम" के नारे भी लगाए। बता दें कि नूंह में केंद्रीय बलों की सोलह कंपनियां और हरियाणा पुलिस की 20 कंपनियां तैनात की गई हैं।

 

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