केंद्र सरकार ने शुक्रवार को कहा कि भारत में पिछले सप्ताह सामने आये कोविड-19 के आधे से अधिक मामले महाराष्ट्र और केरल के हैं। मंत्रालय ने कहा कि महामारी अभी जल्द समाप्त होने वाली नहीं है। सरकार ने कहा कि पर्यटन स्थलों से आने वाली तस्वीरें और बिना कोविड प्रोटोकॉल के लोगों की भीड़ लगने के दृश्य चिंता की गंभीर वजह है और ऐसी लापरवाही से वायरस का खतरा बढ़ेगा।
एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में उत्तराखंड के मसूरी में कैम्पटी फॉल्स में पर्यटकों की भीड़ का वीडियो दिखाते हुए स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने कहा, ‘‘क्या यह कोविड-19 वायरस को खुला आमंत्रण नहीं है कि आओ और हमें संक्रमित करो। समुदाय में संक्रमण फैलने का संबंध हमारे बर्ताव से है।’’
स्वास्थ्य सचिव ने कहा कि देश में कोरोना के मामले अभी पहले की तुलना में भले ही काफी कम हो गए हों, लेकिन कोरोना की दूसरी लहर से लड़ाई से मुकाबला अभी जारी है। उन्होंने आगाह करते हुए कहा कि सभी लोग कोविड-19 नियमों का पालन करें, क्योंकि अभी भी देश कोरोना की दूसरी लहर की चुनौतियां का सामना कर रहा है।
उन्होंने कहा कि भारत में कोविड के नये मामलों में से 80 प्रतिशत महाराष्ट्र, केरल, तमिलनाडु, ओडिशा, आंध्र प्रदेश, कर्नाटक समेत 15 राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों के 90 जिलों से सामने आये हैं जो इन क्षेत्रों में ध्यान देने की जरूरत को बताता है।
नीति आयोग के सदस्य (स्वास्थ्य) डॉ. वीके पॉल ने कहा कि गर्भवती महिलाओं में कोविड-19 होने से समय पूर्व प्रसव जैसे कुछ खतरे बढ़ सकते हैं, उनके लिए टीका लगवाना महत्वपूर्ण है। बता दें कि देश में पिछले हफ्ते आए कोविड-19 के आधे से अधिक मामले दो राज्यों महाराष्ट्र (21 प्रतिशत) और केरल (32 प्रतिशत) से हैं। सत्रह राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के 66 जिलों में कोविड-19 संक्रमण दर आठ जुलाई को खत्म हुए हफ्ते में 10 प्रतिशत से अधिक रही।