स्कूलों में शैक्षणिक वर्ष की शुरुआत का मतलब है कि कुछ माता-पिता का एक बड़ा सवाल होगा: क्या यह बच्चे के लिए पहला फोन खरीदने का समय है?
सुरक्षा संबंधी चिंताओं, विशेष रूप से स्कूल आने-जाने के दौरान या स्कूल के बाद माता-पिता के बिना घर आने के कारण, अक्सर इस संबंध में निर्णय लिया जाता है। यदि बच्चे के कई दोस्तों के पास फोन है तो इससे सामाजिक दबाव भी बढ़ सकता है।
लेकिन यह अपरिहार्य नहीं है। आप कैसे बता सकते हैं कि आपका बच्चा स्मार्टफोन का इस्तेमाल करने के लिए तैयार है या नहीं? इसके क्या विकल्प हैं? और अगर आपका बच्चा फोन ले भी लेता है तो आप उसके लिए कैसे स्वस्थ और सुलभ सीमाएं तय करेंगे? फोन लेना एक बड़ा फैसला क्यों है?
कई माता-पिता तकनीक के इस युग में बच्चों की भलाई के बारे में चिंताओं से अवगत होंगे, जिसमें मानसिक स्वास्थ्य को संभावित नुकसान भी शामिल हैं। यदि बच्चे फोन का अधिक इस्तेमाल करते हैं तो यह भी अभिभावकों के लिए चिंता का एक बड़ा कारण है।
अध्ययनों से यह भी पता चलता है कि इससे फोन पर निर्भरता बढ़ सकती है और स्कूल में या सामान्य रूप से ध्यान भटक सकता है या ध्यान केंद्रित करने में कमी हो सकती है। इसलिए इसके साथ-साथ अच्छे विकल्प चुनना और परिवार की ओर से समर्थन प्रदान करना महत्वपूर्ण है।
आप कैसे जानेंगे कि आपका बच्चा फोन का इस्तेमाल करने के लिए तैयार है?
फोन बच्चों को दिलाया जाना चाहिए या नहीं, यह उसकी उम्र पर निर्भर नहीं करता है, बल्कि बच्चे के इस लिहाज से तैयार होने और उसकी पारिवारिक परिस्थितियों पर निर्भर करता है।
- आप एक बच्चे की फोन के प्रति तत्परता को कई तरीकों से देख सकते हैं:
- वे जिस तकनीक का उपयोग कर रहे हैं उसके प्रति वे कितने जिम्मेदार हैं?
- क्या वे स्क्रीन समय के संबंध में परिवार के दिशा-निर्देशों का पालन करते हैं?
- वे आपके साथ अपने ऑनलाइन अनुभवों पर चर्चा करने के लिए कितने इच्छुक हैं? क्या वे किसी समस्या या किसी चीज के समझ न आने पर आपके पास आते हैं?
- क्या उन्हें डिजिटल गोपनीयता और सुरक्षा की बुनियादी समझ है?
- ऑफलाइन निर्णय लेने की उनकी प्रक्रिया कैसी है? परिवार, दोस्तों और अन्य लोगों के साथ उनका व्यवहार कैसा है?
गैर-फोन विकल्प
यदि आप निर्णय लेते हैं कि हां, आपका बच्चा स्मार्टफोन का इस्तेमाल करने के लिए तैयार है तो जरूरी नहीं कि उन्हें सभी सुविधाओं और ऐप वाला स्मार्टफोन ही दिलाया जाये।
बुनियादी सुरक्षा आवश्यकताओं के लिए, जैसे कि स्कूल आने-जाने के दौरान एक स्मार्टवॉच या बेसिक फोन के जरिये आपके बच्चे इंटरनेट का उपयोग किए बिना कॉल और ‘टेक्स्ट’ संदेश प्राप्त कर सकते हैं।
जैसे-जैसे बच्चों में स्वतंत्रता और डिजिटल परिपक्वता बढ़ती है, वे माता-पिता के नियंत्रण के साथ प्रतिबंधित स्मार्टफोन का उपयोग करने लगते हैं और धीरे-धीरे अधिक विशेषाधिकार प्राप्त करने लगते हैं।