शराब कारोबारी विजय माल्या ने बैंकों का पैसा चुकाने की बात कही है। माल्या पर 17 बैंकों का 8191 करोड़ रुपये बकाया है। विजय माल्या ने कहा है कि मुझे भारत में बैंक डिफॉल्ट का ‘पोस्टर बॉय’ बना दिया गया है।
लंबे समय बाद चुप्पी तोड़ते हुए विजय माल्या ने चल रहे विवाद पर अपनी स्थिति साफ की है तथा 15 अप्रैल 2016 को प्रधानमंत्री मोदी और वित्त मंत्री को लिखा एक पत्र भी सार्वजनिक किया है। माल्या ने कहा कि पीएम या वित्त मंत्री दोनों में से किसी ने भी इसका जवाब नहीं दिया। माल्या ने कहा कि वह बैंकों का पैसा चुकाने के लिए हर प्रयास कर रहा है। बैंको का अधिकतर दावा ब्याज की रकम को लेकर है। लोन की रिकवरी सिविल मैटर है लेकिन उसके खिलाफ आपराधिक मामला बनाया गया है।
माल्या ने कहा है वह इस सबसे थक चुका है। सीबीआई और ईडी उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई कर रहे हैं लेकिन मेरे खिलाफ आरोप निराधार हैं। ईडी ने मेरी और परिवार की 13,000 करोड़ की संपत्ति जब्त कर ली है। माल्या ने आरोप लगाया कि उसके खिलाफ एजेंडा है। अगर राजनीति से प्रेरित कोई फैक्टर इसमें शामिल होता है तो मैं कुछ भी नहीं कह सकता।
विजय माल्या 2016 में यूके में रह रहा है। भारी भरकम लोन और मनी लॉड्रिंग केस में 62 वर्षीय माल्या भारत में वांछित है। जब बैंकों के एक समूह ने उससे करीब 9,000 करोड़ वापस लेने के लिए प्रयास शुरू किए तभी वह भारत से बाहर चला गया।
बंगलुरू में विदेश राज्य मंत्री एम जे अकबर ने कहा कि अगर विजय माल्या बैंकों का भुगतान करना चाहते थे तो उनके पास कई साल थे।
वहीं, माल्या की पीएम को चिट्ठी पर कांग्रेस ने कहा कि हमने पहले भी ये ड्रामा देखा है। ना सरकार माल्या को वापस लाना चाहती है ना वो खुद आना चाहते हैं।