भारतीय वायु सेना (आईएएफ) का विमान एएन-32 टेक ऑफ के बाद सोमवार को लापता हो गया है। बताया जा रहा है कि इस विमान में करीब 13 लोग सवार हैं। टेक ऑफ के बाद विमान का रडार से संपर्क टूट गया। विमान में चालक दल के 8 सदस्य और 5 यात्री सवार बताए जा रहे हैं।
इस विमान ने दोपहर 12.25 बजे असम के जोरहाट एयरबेस से उड़ान भरी थी और करीब एक बजे के बाद उसका रडार से संपर्क टूट गया। विमान को रडार से संपर्क टूटे ढाई घंटे से ज्यादा का समय बीत चुका है। विमान का पता लगाने के लिए आईएएफ ने अपने सुखोई-30 और सी-130 विमान को रवाना किया है। विमान के तय समय पर मेनचुका एडवांस लैंडिंग ग्राउंड पर नहीं पहुंचने पर भारतीय वायुसेना ने तलाशी का काम शुरू किया। सभी उपलब्ध संसाधनों से विमान को तलाश किया जा रहा है।
राजनाथ सिंह ने सर्च ऑपरेशन के बारे में ली जानकारी
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने वायुसेना के उप प्रमुख से बात कर सर्च ऑपरेशन के बारे में जानकारी ली है। उन्होंने ट्वीट किया, 'कुछ घंटों से लापता IAF के AN-32 एयरक्राफ्ट के बारे में एयर फोर्स के वाइस चीफ एयर मार्शल राकेश सिंह भदौरिया से बात की है। उन्होंने लापता विमान का पता लगाने के लिए इंडियन एयर फोर्स की तरफ से उठाए गए कदमों की जानकारी दी। मैं विमान में सवार सभी यात्रियों की सुरक्षा के लिए प्रार्थना करता हूं।'
Spoke to Vice Chief of @IAF_MCC, Air Marshal Rakesh Singh Bhadauria regarding the missing IAF AN-32 Aircraft which is overdue for some hours.
He has apprised me of the steps taken by the IAF to find the missing aircraft. I pray for the safety of all passengers on board.
— Rajnath Singh (@rajnathsingh) June 3, 2019
इसलिए खास है ये विमान
रूस में निर्मित एएन-32 गर्मी और कठिन स्थितियों में अपनी बेहतरीन उड़ान भरने की क्षमता और सैन्य परिवहन के रूप में उपयोग होने वाले विमान के रूप में जाना जाता है। दो इंजन वाले इस विमान का इस्तेमाल मुख्य रूप से माल परिवहन, स्काइड्राइवर, पैराट्रुारों सहित यात्रियों को लाने ले जाने और युद्ध में भी किया जाता है।