इंडियन कॉर्मशियल पायलटों एसोसिएशन ने एयर इंडिया के सीएमडी को पत्र लिखकर विमानों के रखरखाव को लेकर चिंता जताई है। एसोसिएशन ने कहा है कि करीब 23 फीसदी प्लेन इस कारण से काम नहीं कर पा रहे हैं क्योंकि उनके स्पेयर पार्ट्स नहीं हैं। इससे करीब एयर इंडिया को करोड़ों रुपये का नुकसान उठाना पड़ रहा है।
एसोसिएशन ने पत्र में लिखा है कि स्पेयर पार्ट्स के अलावा भी प्लानिंग, कॉर्डिनेशन और फाइनेंस के कारण कई एयरक्राफ्टों की उड़ान पर असर पड़ रहा है जिससे काफी असुविधा का सामना करना पड़ रहा है। मसलन एयरबस ए 321 के 20 एयरक्राफ्ट एयर इंडिया के पास हैं लेकिन उसमें से 12 ही ऑपरेशनल हैं। यानी 40 फीसदी प्लेन काम नहीं कर रहे हैं। ये सभी वो एयरक्राफ्ट हैं जिनका इस्तेमाल डॉमेस्टिक रूट पर किया जाता है और इनमें सीटें भी काफी हैं। इतनी संख्या में प्लेन न उड़ने से न केवल यात्रियों को परेशानी हो रही है, बल्कि राजस्व पर भी खासा असर पड़ रहा है।
यात्रियों और उड़ानों की सुरक्षा को लेकर चिंता जताते हुए आईसीपीए ने तीन दिन में यह दूसरा पत्र भेजा है। पायलटों ने पूछा कि एयरलाइन के पास नियमित रखरखाव के लिए पर्याप्त फंड मौजूद है या नहीं। यह सवाल इसलिए किया क्योंकि लगातार पांचवें महीने सैलरी में देरी हुई।