बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री और राजद प्रमुख लालू यादव के परिवार पर आयकर विभाग का शिकंजा कसता जा रहा है। शुक्रवार को आयकर विभाग ने पटना के शेखपुरा में बिहार के पूर्व मंत्री और लालू यादव के बड़े बेटे तेज प्रताप यादव की 7105 वर्ग फुट जमीन बेनामी कानून के तहत जब्त कर ली है।
जब्त की गई जमीन तेज प्रताव यादव की एक फैक्ट्री के नाम पर रजिस्टर्ड है। जमीन की सरकारी कीमत ही करोड़ों में बताई जा रही है, जबकि इसका बाजारी मूल्य इससे कहीं अधिक है। आयकर विभाग की टीम ने जब्ती का नोटिस चिपकाते हुए इसे सील कर दिया है।
यह जमीन फेयरग्रो प्राइवेट लिमिटेड नाम की एक फर्जी कंपनी के नाम पर रजिस्टर्ड बताई जा रही है। तेज प्रताप यादव इस कंपनी के निदेशक पद पर है। इस कंपनी के निदेशकों में लालू परिवार के करीबी और परिचित शामिल बताए जा रहे हैं। हालांकि इस कंपनी के निदेशक पद से तेज प्रताप यादव ने 2017 में इस्तीफा दे दिया था। आयकर विभाग ने कंपनी को कई बार नोटिस भेजा गया था लेकिन कोई भी अधिकारी सामने नहीं आया जिसके बाद इस संपत्ति को जब्त किया गया है।