देश और दुनिया में कोरोना संक्रमण के मामलों में लगातार इजाफा हो रहा है। स्वास्थ्य मंत्रालय ने मंगलवार को बताया कि दुनिया में मौजूदा समय में कोरोना वायरस के चलते औसतन प्रति एक लाख लोगों में 6.04 लोगों की मौत हो रही है जबकि, भारत में प्रति एक लाख की आबादी पर महज एक मौत हो रही है, यह पूरी दुनिया में सबसे कम है। मंत्रालय ने कहा कि इसकी वजह मामलों की समय पर पहचान, संपर्क ट्रेसिंग और प्रभावी चिकित्सकीय प्रबंधन है।
देश में इस वैश्विक बीमारी के कारण अभी तक 14,011 लोगों की मौत हो चुकी है। बीते 24 घंटे में 312 लोगों की मौत हुई है जबिक इस दौरान इस बीमारी के चलते 14,933 नए मामले सामने आए हैं। इसके साथ ही कोरोना संक्रमण के मामले बढ़कर चार लाख 40 हजार 215 हो गए हैं।
समय पर पहचना और निगरानी अहम रही
विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) की 22 जून को जारी रिपोर्ट के हवाले से स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि ब्रिटेन में कोरोना वायरस के चलते प्रति एक लाख की आबादी पर मौत का आंकड़ा 63.13 है जबकि स्पेन में 60.60, इटली में 57.19, अमेरिका में 36.30, जर्मनी में 27.32, ब्राजीन में 23.68 और रूस में 5.62 है।
मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि भारत में मामलों की समय से पहचान, समय से जांच और निगरानी, प्रभावी चिकित्सकीय प्रबंधन के साथ गंभीर संपर्क ट्रेसिंग के कारण मृत्यु दर कम रही। कोविड-19 की रोकथाम और प्रबंधन के लिए केंद्र, राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों की अहम भूमिका के साथ सक्रिय दृष्टिकोण और मेहनत का भी नतीजा है। आईसीएमआर के असार कुल 71,37,717 नमूनों की जाच की गई।
देश में रिकवरी रेट 56.38 फीसदी
मंत्रालय ने कहा कि कोरोना से ठीक होने की दर में भी सुधार आया है। फिलहाल देश में कोरोना का रिकवरी रेट 56.38 फीसदी है। अभी तक देश में कोरोना संक्रमित दो लाख 48 हजार 189 मरीज ठीक हो चुके हैं। अब देश में कोरोना के एक लाख 78 हजार 14 सक्रिय मामले हैं। पिछले 24 घंटे में 10,994 मरीज ठीक हुए हैं। अमेरिका, ब्राजील और रूस के बाद भारत महामारी से प्रभावित चौथा सबसे बड़ा देश है। जॉन्स हॉपकिन्स विश्वविद्यालय के अनुसार, जो दुनिया भर के मुकाबले भारत में भारत मरने वालों की संख्या के मामले में आठवें नंबर पर है।