हैदराबाद में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को संयुक्त राष्ट्र विश्व भू-स्थानिक अंतरराष्ट्रीय कांग्रेस (यूएनडब्ल्यूजीआईसी) का उद्घाटन किया। पीएम मोदी ने कहा कि कांफ्रेंस की थीम गावों को सक्षम बनाना है। उन्होंने कहा कि विकास के क्षेत्र में कोई भी गांव छूटना नहीं चाहिए। यह एक ऐसा विषय है जिसे बीते कुछ सालों में भारत द्वारा उठाए गए कदमों के रूप में देखा जाता है।
उन्होंने कहा कि हम अंत्योदय के विजन पर काम कर रहे हैं, जिसका अर्थ है मिशन मोड में अंतिम छोर पर अंतिम व्यक्ति को सशक्त बनाना।
पीएम मोदी ने आगे कहा, 'भारत की विकास यात्रा के दो स्तंभ तकनीक और प्रतिभा महत्वपूर्ण हैं। तकनीक परिवर्तन लाती है। मोदी ने कहा, 'पीएम स्वामित्व योजना इस बात का उदाहरण है कि डिजिटलीकरण से लोगों को क्या लाभ होता है। हम गांवों में संपत्तियों का नक्शा बनाने के लिए ड्रोन का इस्तेमाल कर रहे हैं। इसके जरिए ग्रामीणों को उनकी संपत्ति का कार्ड मिल रहा है।'
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि यह तकनीक ही थी जिसके जरिए हमने कोरोना काल में गरीबों की मदद की। हमारी तकनीक आधारित जैम ट्रिनिटी ने 80 करोड़ लोगों को बिना किसी बाधा के कल्याणकारी लाभ पहुंचाया। कोरोना ने हमें सिखाया कि सभी को साथ लेकर चलने के लिए दुनिया को एकजुट होना चाहिए। विकासशील दुनिया में अरबों लोगों को दवाएं, चिकित्सा उपकरण, टीके और बहुत कुछ की आवश्यकता थी। यहां तक कि तकनीक के जरिए ही दुनिया में वैक्सीनेशन अभियान चलाया गया।
पीएम मोदी ने कहा कि भारत एक युवा राष्ट्र है और इसमें कुछ नया करने की भावना है। हम दुनिया के शीर्ष स्टार्टअप हब में से हैं। 2021 के बाद से हमने भारत की युवा प्रतिभा के कारण यूनिकॉर्न की संख्या को दोगुना कर दिया है।