गुरु गोबिंद सिंह इंद्रप्रस्थ यूनिवर्सिटी(आईपीयू) ने प्रतिष्ठित क्यू॰ एस॰ वर्ल्ड यूनिवर्सिटी रैंकिंग में अपनी जगह बनाई है। यूनिवर्सिटी को 1401 प्लस रैंक मिला है। यूनिवर्सिटी को पहली बार इस रैंकिंग में शामिल किया गया है।
ख़ास बात यह है की यूनिवर्सिटी ने इस रैंकिंग के लिए आवेदन नहीं किया था। आम तौर पर इस रैंकिंग में शामिल होने के लिये इसके रीजनल रैंकिंग में आना पड़ता है।आईपीयू बिना रीजनल रैंकिंग में आए ही इस साल की मुख्य रैंकिंग में शुमार हो गया है।
उल्लेखनीय है कि इस बार की रैंकिंग के लिए मेथॉडॉलॉजी में कुछ बदलाव किए गए थे। एकेडेमिक रेपुटेशन, एम्प्लॉअर रेपुटेशन और फ़ैकल्टी- स्टूडेंट अनुपात जैसे मानकों पर विशेष बल था। इसके अलावा सस्टेनेबिलिटी, एम्प्लॉमेंट आउट्कम, इंटरनेशनल रिसर्च नेटवर्क जैसे मूल्यांकन मेट्रिक्स का भी समावेश किया गया था। इसकी वजह से कई नामचीन भारतीय संस्थान की इस साल की रैंकिंग नीचे चली गई है।
यूनिवर्सिटी के कुलपति पद्मश्री प्रो. डॉक्टर महेश वर्मा ने इस पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि नए प्रतिकूल मूल्यांकन मेट्रिक्स के बावजूद यूनिवर्सिटी का इस साल की रैंकिंग में शामिल होना एक बड़ी उपलब्धि है। उन्होंने कहा कि अगले साल हम पूरी तैयारी के साथ इसमें भाग लेंगे और दुनिया के शीर्ष एक हज़ार संस्थानों की सूची में शामिल होने की कोशिश करेंगे।