दिल्ली की जानी-मानी यूनिवर्सिटी ‘आईपी यूनिवर्सिटी’ ने एम्स, दिल्ली के पेशेंट ग्रीवांस रिअड्रेसल सिस्टम को सशक्त बनाने का बीड़ा उठाया है। इस आशय का एक एमओयू आईपी यूनिवर्सिटी और एम्स, दिल्ली के बीच किया गया है।
एमओयू पर आईपी यूनिवर्सिटी की ओर से इसकी कुलसचिव सुनीता शिवा और एम्स, दिल्ली की ओर से इसकी डीन(एकेडेमिक) प्रो. मीनू बाजपेयी ने हस्ताक्षर किए हैं। इस अवसर पर आईपी यूनिवर्सिटी के कुलपति पद्मश्री प्रो. (डा.) महेश वर्मा और एम्स, दिल्ली के निदेशक प्रो. एम॰ श्रीनिवास भी उपस्थित थे।
एमओयू के तहत आईपी यूनिवर्सिटी एम्स, दिल्ली के लिए यूजर फ़ीडबैक से संबंधित एक वेब एप्लिकेशन डेवेलप करेगी। यह यूजर फ़ीडबैक सिक्योरिटी, सैनीटेशन जैसे एरिया पर विशेष फ़ोकस करेगी। पायलट प्रोजेक्ट के रूप में सर्वप्रथम इसे मदर एंड चाइल्ड केयर वार्ड में शुरू किया जाएगा। बाद में इसे अन्य वार्ड में भी शुरू किया जाएगा। आईपी यूनिवर्सिटी का यह सहयोग पूरी तरह निःशुल्क होगा।
इस वेब एप्लिकेशन को आईपी यूनिवर्सिटी के यूनिवर्सिटी स्कूल औफ औटोमेशन एंड रोबोटिक्स की एक टीम ने डेवेलप कर रही है। यहाँ पर एआई, डेटा साइंस, मशीन लर्निंग और रोबोटिक्स की उच्च स्तर के शिक्षण- प्रशिक्षण की विश्वस्तरीय सुविधाएँ उपलब्ध हैं।
एमओयू पर प्रतिक्रिया देते हुए यूनिवर्सिटी के कुलपति पद्मश्री प्रो. (डा.) महेश वर्मा ने कहा कि आज समय तकनीक के सटीक अनुप्रयोग का है। अगर हमारी तकनीक से लाखों लोगों की मुश्किलें आसान होती है तो तकनीक का इससे अच्छा सदुपयोग और क्या हो सकता है!