रांची। जमीन घोटाला मामले में गिरफ्तार रांची के पूर्व डीसी आईएएस अधिकारी छवि रंजन को ईडी की अदालत में पेश करने के बाद न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया। छवि रंजन अभी समाज कल्याण विभाग के सचिव हैं। रांची में जमीन घोटाला के मामले में ईडी नेने गुरूवार को करीब दस घंटे तक पूछताछ के बाद देर रात गिरफ्तार कर लिया था। रांची में सेना की जमीन व अन्य विवादित जमीनों की नाजायज तरीके से खरीद बिक्री में छवि रंजन की संलिप्तता का आरोप है। मनरेगा व माइनिंग घोटाला मामले में जेल की सजा काट रहीं वरिष्ठ आईएएस अधिकारी पूजा सिंघल भी बिरसा मुंडा जेल में हैं।
छवि रंजन दूसरे आईएएस अधिकारी हैं जिनका ठिकाना बिरसा मुंडा केंद्रीय कारा होगा। रात उनकी बिरसा मुंडा जेल में ही गुजरेगी। ईडी ने शुक्रवार को छवि रंजन को कोर्ट में पेश किये जाने के बाद पूछताछ के लिए रिमांड की अनुमति मांगी थी मगर अदालत में उन्हें न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया। अदालत में पेशी के पहले शुकवार को रांची सदर अस्पताल के डॉक्टरों की निगरानी में छवि रंजन की मेडिकल जांच की गई। उनका का शुगर, बीपी, पल्स रेट नार्मल पाया गया। कोविड टेस्ट भी निगेटिव था। छवि रंजन पर रांची के बरियातू में सेना की 4.55 एकड़ जमीन को फर्जी कागजात के आधार पर और सरकारी दर से एक तिहाई कीमत पर बिक्री में संलिप्तता और निजी फायदा, रांची के बजरा में भी 7.16 एकड़ जमीन की घेराबंदी और म्यूटेशन में संदिग्ध भूमिका सहित, चेशायर होम रोड में एक एकड़ जमीन सहित अन्य जमीन की गलत तरीके से बिक्री में संलिप्तता के आरोप हैं।
रांची जमीन धोटाला मामले में पहले से सात लोगों को ईडी ने गिरफ्तार किया था। इन लोगों के सामने बैठा ईडी ने छवि रंजन और उन लोगों से पूछताछ की गई थी। पकड़े गये लोगों ने कहा था कि वे तत्कालीन डीसी छवि रंजन के निर्देश पर ही काम करते थे। गुरुवार को पूछताछ के दौरान भी छवि रंजन ईडी के अनेक सवालों का संतोषजनक जवाब नहीं दे सके थे।