मुंबई में एक पुलिस अधिकारी ने आज बताया कि महाराष्ट्र और उत्तर प्रदेश एटीएस ने संयुक्त अभियान में अलताफ कुरैशी (37 वर्ष) को दक्षिण मुंबई के मस्जिद बुंदेर क्षेत्र से कल देर रात गिरफ्तार किया। अधिकारी ने बताया कि कुरैशी ने गिरफ्तार किए गए आईएसआई एजेंट अफताब अली को जासूसी गतिविधियां जारी रखने के लिए कथित तौर पर उसके बैंक खाते में पैसे डाले थे।
उन्होंने बताया कि एटीएस अधिकारियों ने कुरैशी के घर से एक सेलफोन और 71..57 लाख नकदी बरामद की है। कुरैशी पर भी आईएसआई का ऑपरेटिव होने का संदेह है। अधिकारी ने बताया कि अफताब से हुई पूछताछ में हवाला ऑपरेटर का नाम आने के बाद उसे गिरफ्तार किया गया। अफताब को फैजाबाद से कल गिरफ्तार किया गया था।
अधिकारी का दावा है कि अफताब जिसके खिलाफ सरकारी गोपनियता अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया है उसने भारतीय सेना की गतिविधियों की सूचना पाकिस्तान उच्चायुक्त में तैनात अधिकारियों और आईएसआई को दी थीं। उन्होंने बताया कि उसने कथित तौर पर सेना की गतिविधियों और फैजाबाद, लखनऊ और अमृतसर में सैन्य इकाइयों के संबंध में सूचनाएं दी थीं।
अधिकारी ने बताया कि पुलिस कुरैशी से पूछताछ में उस व्यक्ति का नाम जानने की कोशिश कर रही है, जिसके निर्देश पर उनके अफताब के खाते में पैसे डाले थे।
उत्तर प्रदेश एटीएस महानिरीक्षक असीम अरुण ने बताया कि आईएसआई एजेंट आफताब अली नई दिल्ली स्थित पाकिस्तानी उच्चायोग के संपर्क में था और एटीएस को उसके खिलाफ पुख्ता सबूत मिले हैं। राज्य के अपर पुलिस महानिदेशक (कानून व्यवस्था) आदित्य मिश्र ने कहा कि एटीएस ने एक अन्य संदिग्ध व्यक्ति को भी हिरासत में लिया है। उन्होंने बताया कि आफताब के पास से बरामद हुए फोन से आईएसआई नेटवर्क को लेकर और अधिक जानकारी मिलने की संभावना है। आफताब पाकिस्तानी उच्चायोग के जिस अधिकारी से मिला है, उसके नाम की पुष्टि की जा रही है। आफताब के बैंक खाते में जमा हुए पैसे के बारे में भी जानकारी की जा रही है।
उनके मुताबिक आफताब ने पूछताछ में बताया कि उसने पाकिस्तान में आईएसआई से ट्रेनिंग ली थी तथा वह पाकिस्तानी उच्चायोग के संपरर्क में था। एटीएस को आफताब के खिलाफ पुख्ता सबूत मिले हैं। कैंट इलाके के कई फोटोग्राफ उसके मोबाइल फोन में मिले हैं। उसके मोबाइल के रिकार्ड को खंगालने से कई और अहम सुराग मिलने की संभावना है। (एजेंसी)