उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मुलाकात के बाद सीतापुर में कमलेश तिवारी की मां ने कहा कि सीएम से मिलने के बाद मैं संतुष्ट नहीं हूं। उन्होंने आरोप लगाया कि पुलिस वाले बार-बार दबाव डाल रहे थे। उन्होंने कहा कि हिन्दू परंपरा में परिवार में किसी की मृत्यु के बाद 13 दिन तक कहीं जाया नहीं जाता। बहुत दबाव में मैं सीएम से मिलने गई। हमें जबरदस्ती लखनऊ ले जाया गया। मुलाकात के बाद हम संतुष्ट नहीं हैं।' उन्होंने चेतावनी दी कि अगर इंसाफ नहीं मिला तो तलवार उठाएंगे। उन्होंने मुलाकात को असफल बताया। उन्होंने कहा कि मेरे हिसाब से उनके हाव-भाव नहीं थे।
हत्या से होटल का कनेक्शन
कमलेश तिवारी हत्याकांड में पुलिस हत्यारोपियों को अभी तक पकड़ नहीं पाई है। हालांकि आज पुलिस ने कैसरबाग थाना क्षेत्र के लालबाग में होटल खालसा इन होटल से हत्यारोपियों के कपड़े और बैग बरामद किया है। होटल के कमरा नंबर G-103 में दोनों हत्यारोपी दो अलग-अलग शेख अशफाक हुसैन और पठान मोइनुद्दीन अहमद नाम की आईडी पर रुके थे। आरोपियों ने 17 अक्टूबर की रात 11:08 मिनट पर चेक इन किया था और हत्या की वारदात के दिन दोनों सुबह 10:38 मिनट पर होटल से निकले थे। इसके बाद 1:24 मिनट पर होटल लौटे थे। आरोपियों के कमरे से खून से सने भगवा रंग के कुर्ते, चाकू, जिओ मोबाइल का डब्बा, शेविंग किट, चश्मे का डिब्बा और अन्य सामान पुलिस ने बरामद किए हैं। साथ ही कमरे की फोरेंसिक फील्ड यूनिट के निरीक्षण के बाद पुलिस ने कमरे को सील किया है।
फिलहाल पुलिस जांच में जुटी
कमलेश तिवारी के परिजनों की सीएम से मुलाकात के बाद सरकार की ओर से आधिकारिक रूप में कोई बयान नहीं दिया गया है कि मुलाकात में जिन 11 बिंदुओं पर समझौता हुआ था, उसमें सहमति हुई है कि नहीं। यह जरूर है कि कमलेश तिवारी के परिजनों की सीएम से मुलाकात की फोटो जारी की गई है। मामले में पुलिस की जांच कहां तक पहुंची और कब तक आरोपियों की गिरफ्तारी हो जाएगी, इस बारे में भी पुलिस के आला अधिकारी कुछ बताने को तैयार नहीं हैं।
कांग्रेस पार्टी यूपी में राष्ट्रपति शासन लगाने की मांग करती है: कांग्रेस
कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार उर्फ लल्लू ने कहा कि कानून व्यवस्था चला पाने में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अक्षम हैं। उन्हें गोरखपुर वापस चला जाना चाहिए। कांग्रेस पार्टी उत्तर प्रदेश में राष्ट्रपति शासन लगाने की मांग करती है। सुप्रीम कोर्ट ने हाल ही में कहा है कि यूपी में जंगलराज है। सरकार अपराधियों को संरक्षित करती रही है। उन्नाव, शाहजहांपुर के कांड हम देख चुके हैं। कमलेश तिवारी की मां के बयान को सरकार को सुनना चाहिए। ऐसा नहीं होना चाहिए कि फर्जी तरीके से मामले में कार्रवाई करें। जांच एजेंसियां अगर मां और पत्नी के बयान की तरफ ध्यान देंगी तो बेहतर होगा। उन्होंने कहा कि मैं यह नई परंपरा देख रहा हूं कि पीड़ित परिवार से उनके घर पर मिलने के बजाय मुख्यमंत्री उन्हें बुलवाकर अपने आवास पर मिल रहे हैं। इससे भाजपा का घमंड और दंभ प्रदर्शित होता है। कमलेश तिवारी की लड़ाई कांग्रेस लड़ेगी।