नन रेप मामले में पुलिस ने केरल हाई कोर्ट में हलफनामा दाखिल कर दिया है। इसमें पुलिस ने कहा है कि उसके पास इस बात के पुख्ता सबूत हैं कि बिशप फ्रैंको मुलक्कल ने नन के साथ कई बार रेप किया है। मामले में अब अगली सुनवाई 24 सितम्बर को होगी।
पुलिस ने कोर्ट को बताया है कि नन के साथ 23 सितंबर, 2016 और पांच मई, 2018 के बीच में कई बार दुष्कर्म हुआ। हालांकि केरल पुलिस ने अब तक बिशप फ्रेंको मुलक्कल को गिरफ्तार नहीं किया है। इस बीच पीड़ित नन ने भारत में वेटिकन के प्रतिनिधियों से इंसाफ की गुहार लगाई है।
पीड़िता के वकील ने सुनवाई के दौरान केरल हाईकोर्ट में कहा है कि आरोपी ने पीड़िता के परिवार को मामले को दबाने के लिए पैसों का लालच दिया और उनके परिवार को कई बार धमकाया भी गया। पीड़िता ने कहा कि आरोपी ने जालंधर के बिशप के रूप में उनके प्रभाव का दुरुपयोग किया और सेंट फ्रुंकिस मिशन होम कुरविलंगद के गेस्ट हाउस में कमरा संख्या 20 में इस कृत्य को अंजाम दिया। इस संबंध में वैकोम के डीएसपी सुभाष ने हाईकोर्ट में हलफनामा दाखिल किया था। इससे पहले केरल में नन के साथ रेप मामले में पुलिस ने 28 जून एफआईआर दर्ज कर ली थी। केरल पुलिस ने आरोपी बिशप पर आईपीसी की धारा 342, 376 (2)(के), 376 (2) (एन), 377 और 506 के तहत मामला दर्ज किया था।
वेटिकन को लिखा पत्र
नन ने भारत में वेटिकन के प्रतिनिधि ‘अपोस्टोलिक नुनसिओ’(राजनयिक मिशन) गिआम्बैटिस्टा डिक्यूट्रो को लिखे एक पत्र में कहा है कि वो न्याय के लिए चर्च अधिकारियों के पास आई है। उन्होंने पत्र में बिशप फ्रेंको मुलक्कल को पद से हटाने की मांग की है। साथ ही आरोप लगाया है कि जालंधर में अपने पद पर बने रहकर बिशप फ्रेंको मुलक्कल और उनके सहयोगी पुलिस जांच को प्रभावित कर रहे हैं। वेटिकन को लिखे इस पत्र में नन ने उनके साथ हुए यौन शोषण की जानकारी दी है जिसमें दावा किया है कि उनके साथ और भी ननों का यौन शोषण हुआ है। पत्र में यह जानकारी भी दी गई है कि कब-कब उनके साथ दुष्कर्म हुआ और कैसे बिशप और उनके समर्थकों द्वारा उन्हें चुप कराने की कोशिशें की गईं। पत्र को वेटिकन के साथ भारत में चर्च से जुड़े और भी पदाधिकारियों को भेजा गया है।
संगठन कर रहे हैं विरोध प्रदर्शन
नन को इंसाफ दिलाने के लिए विभिन्न संगठन प्रदर्शन कर रहे हैं। प्रदर्शनकारियों में नन की पांच सहयोगी भी शामिल हैं। प्रदर्शनकारियों का कहनाहै कि वे बिशप के खिलाफ कार्रवाई होने तक आंदोलन जारी रखेंगी. इसके साथ ही इन्होंने पुलिस के शीर्ष अधिकारियों पर जांच को प्रभावित करने का आरोप लगाया है। वहीं अपने ऊपर लगे आरोपों पर खारिज करते हुए बिशप फ्रैंको मुलक्कल ने कहा कि उन्हें लगता है कि लोग उन्हें और चर्च को बदनाम करने के लिए नन को इस्तेमाल कर रहे हैं।