हैदराबाद। मुख्यमंत्री के.चंद्रशेखर राव ने कहा कि 100 रुपये प्रति एकड़ की भारी कीमत पर भूमि की बिक्री ने राज्य की प्रतिष्ठा को दर्शाया है और अनुकरणीय विकास दर्ज किया गया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि विश्व स्तरीय कंपनियों द्वारा तेलंगाना की जमीनों की खरीद और इतनी ऊंची कीमत चुकाने का न केवल आर्थिक दृष्टिकोण से बल्कि तेलंगाना की प्रगति के नजरिए से भी विश्लेषण करने की जरूरत है। हैदराबाद का विकास सूचकांक इस शहर के ऊंचाइयों तक पहुंचने का प्रतिबिंब है।
केसीआर ने स्पष्ट किया कि जमीन की कीमतों को उन लोगों के चेहरे पर तमाचा माना जाना चाहिए जिन्होंने यह डर पैदा करके हैदराबाद के आत्मसम्मान का अपमान किया कि अगर तेलंगाना को राज्य का दर्जा मिल गया तो शहर अपनी चमक खो देगा और जमीन की कीमतें गिर जाएंगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि यह राज्य सरकार की दूरदर्शिता का परिणाम है, जो हैदराबाद को एक महानगरीय शहर के रूप में बढ़ावा देने की दृढ़ इच्छाशक्ति के साथ गांवों और कस्बों को भी प्रगति के पथ पर ले जा रही है।
सर्वकालिक रिकॉर्ड:
सरकार के फैसले के अनुसार वृहस्पतिवार को हुई जमीन की नीलामी में देशभर की कई नामी कंपनियों ने हिस्सा लिया। एचएमडीए ने भूमि की नीलामी की और अभूतपूर्व कीमत प्राप्त की। भूमि की नीलामी रंगारेड्डी जिले के गांधीपेट मंडल के कोकापेट में नियो पुलिस चरण -2 में आयोजित की गई है। कंपनियों ने 100.75 करोड़ रुपये की कीमत पर एक एकड़ जमीन खरीदी।