अधिकारियों ने रविवार को कहा कि कश्मीर घाटी के कई इलाकों में धीरे-धीरे स्थिति सामान्य हो रही है। उनके मुताबिक, घाटी के कई इलाकों में लैंडलाइन टेलीफोन सेवा शुरू कर दी गई है। वहीं, राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने कहा कि संचार सेवा ठप होने से कश्मीर में कई लोगों की जानें बचीं हैं। उन्होंने इससे इनकार किया कि जम्मू-कश्मीर में दवाओं और जरूरी चीजों की कोई कमी है।
मलिक ने कहा कि जम्मू-कश्मीर में पिछले दस दिनों में कोई भी जानें नहीं गईं हैं। इससे पहले राज्यपाल ने कहा था कि जब भी कश्मीर में कोई संकट आया, तो पहले सप्ताह में ही कम से कम 50 लोग मारे गए। अधिकारियों के मुताबिक, शनिवार तक घाटी में कहीं भी किसी अप्रिय घटना की सूचना नहीं मिली है। कश्मीर में बाजार लगातार 21वें दिन भी बंद है। दुकानें और सार्वजनिक परिवहन भी बंद है। अब तक सप्ताहिक बाजार भी नहीं खुला है। हालांकि, कुछ विक्रेता शहर के कई इलाकों में स्टाल लगा रहे हैं।
मोबाइल और इंटरनेट सेवा बंद
शनिवार को प्रधान सचिव और सरकार के प्रवक्ता रोहित कंसल ने कहा कि आठ एक्सचेंजों के 5,300 लैंडलाइन्स को सप्ताह के अंत तक शुरू कर दिया जाएगा। हालांकि, मोबाइल टेलीफोन सेवा और इंटरनेट के साथ ही बीएसएनएल ब्रॉडबैंड और निजी इंटरनेट सेवा बंद है।
प्रेस एन्क्लेव के वाणिज्यिक केंद्र में फोन सेवा जारी
अधिकारियों ने कहा कि श्रीनगर में फिक्स्ड लाइन फोन सेवाएं देने वाले कुछ टेलीफोन एक्सचेंजों को शनिवार शाम को बहाल कर दिया गया। लैंडलाइन कनेक्टिविटी को पूरी तरह से बहाल करने की प्रक्रिया चल रही है। हालांकि, यहां लाल चौक और प्रेस एन्क्लेव के वाणिज्यिक केंद्र में सेवाएं जारी हैं।
केंद्र सरकार द्वारा जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाने के बाद 5 अगस्त से इंटरनेट और फोन सेवा निलंबित कर दिया गया था। हालांकि, घाटी के कई इलाकों में प्रतिबंध हटा दिया गया है। लेकिन, पूरे इलाके में कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए जवान तैनात हैं।