विदेश राज्य मंत्री मीनाक्षी लेखी ने कहा कि उन्हें नव युद्धग्रस्त देश इजराइल में फंसे भारतीय छात्रों के बारे में कई संदेश मिल रहे हैं और वह उन्हें आश्वस्त करना चाहती हैं कि कि प्रधानमंत्री कार्यालय सीधे तौर पर स्थिति पर नजर रख रहा है और मूल निवासियों को सुरक्षित वापस लाने के प्रयास कर रहा है।
लेखी ने रविवार को मीडिया से बात करते हुए कहा, ''भारत सरकार इजराइल में फंसे अपने छात्रों को वापस लाने का प्रयास कर रही है. प्रधानमंत्री और उनका कार्यालय स्थिति पर नजर रख रहे हैं और वहां फंसे हमारे छात्रों को वापस लाने के लिए बड़े प्रयास चल रहे हैं।"
केंद्रीय मंत्री ने आगे कहा, “तो चाहे वह ऑपरेशन गंगा हो या वंदे भारत, हम सभी को वापस लाए और मुझे यकीन है कि भारत सरकार (भारत सरकार) और प्रधान मंत्री कार्यालय सीधे उन लोगों के संपर्क में हैं और काम कर रहे हैं और निगरानी कर रहे हैं।”
उन्होंने हमास द्वारा इजराइल पर किए गए रॉकेट हमलों में जान गंवाने वाले लोगों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त की। लेखी ने बताया कि पीएम नरेंद्र मोदी पहले ही स्थिति को लेकर इजरायल के प्रति अपनी संवेदना और एकजुटता व्यक्त कर चुके हैं। उन्होंने कहा, "हम इस कठिन समय में इस हमले में मारे गए सभी लोगों और घायलों के परिवारों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त करते हैं।"
वह मीडिया को याद दिलाना चाहती थीं कि भारत सरकार रूस-यूक्रेन युद्ध जैसे संकट के दौरान या कोरोनोवायरस संकट के मद्देनजर अपने नागरिकों को विदेशों से निकालने में सफल रही थी।