मोदी ने संसद के बाहर संवाददाताओं से कहा कि समाज के कल्याण के लिए समग्र वार्ता होनी चाहिए। प्रधानमंत्री ने कहा कि उन्हें भरोसा है कि समाज के कल्याण के लिए संसद में सभी दल साथ आएंगे। उन्होंने कहा कि ऐसा पहली बार है जब केंद्रीय बजट एक फरवरी को पेश किया जाएगा। मोदी ने कहा कि पहले बजट शाम पांच बजे पेश किया जाता था और पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने इसे सुबह पेश करने की शुरुआत की थी।
मोदी ने कहा कि आज, एक नई परंपरा शुरू होगी। पहली बात यह है, कि बजट एक महीने पहले पेश किया जा रहा है और दूसरी बात यह है कि रेल बजट को भी इसमें शामिल किया जा रहा है। इस पर आगामी दिनों में इससे होने वाले फायदों पर भी चर्चा होगी। शीतकालीन सत्र के नोटबंदी को लेकर विरोध प्रदर्शनों की भेंट चढ़ जाने के बाद मोदी ने कल यहां आयोजित सर्वदलीय बैठक में विपक्ष से बातचीत की थी।
इस बैठक में तृणमूल कांग्रेस को छोड़कर सभी बड़ों दलों ने हिस्सा लिया। तृणमूल नोटबंदी और चिटफंड मामलों में उसके सांसदों की गिरफ्तारी को लेकर नाखुश है।
कार्यक्रम से अलग, संवाददाताओं से बात करते हुए सूचना एवं प्रसारण मंत्री एम वेंकैया नायडू ने उम्मीद जताई कि सभी दल बजट सत्र के महत्व को समझेंगे और इसमें अधिक सार्थक एवं रचनात्मक तरीके से हिस्सा लेने के लिए खुद को तैयार रखेंगे। (एजेंसी)