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नवाब मलिक के आरोपों को NCB ने किया खारिज, कहा- नियमों के मुताबिक, जांच के बाद हुई आरोपियों की गिरफ्तारी

क्रूज़ ड्रग्स मामले में महाराष्ट्र के मंत्री और एनसीपी के वरिष्ठ नेता नवाब मलिक के आरोपों को...
नवाब मलिक के आरोपों को NCB ने किया खारिज, कहा- नियमों के मुताबिक, जांच के बाद हुई आरोपियों की गिरफ्तारी

क्रूज़ ड्रग्स मामले में महाराष्ट्र के मंत्री और एनसीपी के वरिष्ठ नेता नवाब मलिक के आरोपों को नार्कोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (एऩसीबी ) ने सिरे से खारिज किया है। ब्यूरो के डिप्टी डीजी ज्ञानेश्वर सिंह ने आरोपों को निराधार और दुर्भावनापूर्ण बताते हुए कहा है कि 2 अक्टूबर को की गई रेड और कार्रवाई नियमों के मुताबिक थी और जांच के बाद ही सभी आरोपियों की गिरफ्तारी की गई। उन्होंने कहा कि एजेंसी निष्पक्ष और बिना भेदभाव के काम करती है। दोनों स्वतंत्र गवाहों मनीष भानुशाली और किरन गोसावी को एनसीबी ऑपरेशन से पहले नहीं जानती थी।

डिप्टी डीजी ने कहा कि छापे वाले दिन 14 लोगों को एनसीबी के दफ्तर लाया गया था। नोटिस जारी किए गए थे और उनसे पूछताछ की ग। सबूतों के अभाव के चलते 6 लोगों को छोड़ दिया गया था और 8 लोगों को गिरफ्तार किया गया था। उन्होंने कहा कि जो भी लोग गिरफ्तार हुए हैं उनके साथ अच्छा बर्ताव हुआ है। ये बात उनके वकील ने कोर्ट में भी दर्ज कराई है।

राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) नेता नवाब मलिक ने एनसीबी पर आरोप लगाते हुए कहा कि नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो ने छापे के दौरान 8 नहीं बल्कि कुल 11 लोगों को हिरासत में लिया था, जबकि 3 लोगों को बाद में छोड़ दिया गया था, जिसमें बीजेपी नेता का एक रिश्तेदार भी था।

उन्होंने कहा है, “एऩसीपी ने जिस दिन क्रूज पर छापेमारी की थी उस दिन एनसीबी के जोनल निदेशक समीर वानखेड़े ने कहा था कि हमने 8 से 10 लोगों को हिरासत में लिया है. एक जवाबदेह अफसर इस तरह फेक स्टेटमेंट कैसे दे सकता है। हिरासत में लिए गए 8 या 10 नहीं बल्कि 11 थे।'' एऩसीपी नेता ने एनसीबी की रेड को फर्जी बताते हुए कहा कि इस मामले में भाजपा नेताओं को छोड़ दिया गया।

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