राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने सोमवार को एक आतंकी साजिश के मामले में पांच राज्यों और केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर में 22 स्थानों पर तलाशी ली।अधिकारियों के अनुसार, बिहार में आठ स्थानों, कर्नाटक, महाराष्ट्र और तमिलनाडु में एक-एक स्थान, उत्तर प्रदेश में दो तथा जम्मू-कश्मीर में नौ स्थानों पर तलाशी ली गई।
एनआईए की अलग-अलग टीमों ने विशिष्ट कार्रवाई योग्य खुफिया सूचनाओं के आधार पर इन स्थानों पर एक साथ तलाशी अभियान शुरू किया।
इस घटनाक्रम से जुड़े अधिकारियों ने एएनआई को बताया कि राज्य पुलिस के साथ निकट समन्वय में उन व्यक्तियों के आवासों और परिसरों पर छापेमारी की जा रही है, जिन पर राष्ट्र-विरोधी नेटवर्कों से संबंध होने का संदेह है।इस वर्ष की शुरुआत में संख्या RC-1/2025/NIA/CHE के तहत दर्ज किए गए इस मामले को इसकी गंभीरता और संभावित राष्ट्रीय सुरक्षा निहितार्थों को देखते हुए गृह मंत्रालय (MHA) द्वारा औपचारिक रूप से NIA को सौंप दिया गया था।
जांचकर्ताओं को संदेह है कि जांच के दायरे में आया नेटवर्क देश में अशांति फैलाने तथा कानून-व्यवस्था को अस्थिर करने के प्रयासों में लगा हुआ है।हाल के महीनों में, एनआईए ने विभिन्न क्षेत्रों में सक्रिय आतंकी फंडिंग, भर्ती मॉड्यूल और स्लीपर सेल पर अपनी कार्रवाई तेज़ कर दी है। इसी तरह के राष्ट्रव्यापी अभियानों में पहले भी कई संदिग्धों की गिरफ़्तारी हुई है, जो कथित तौर पर प्रतिबंधित संगठनों से जुड़े हैं और ऑनलाइन व ऑफलाइन माध्यमों से युवाओं को कट्टरपंथी बनाने की उनकी कोशिशों से जुड़े हैं।
अधिकारियों ने बताया कि वर्तमान छापेमारी का उद्देश्य आतंकवाद के वित्तपोषण, भर्ती और सीमा पार के संचालकों के साथ समन्वय से जुड़ी एक बड़ी साजिश के साक्ष्य को उजागर करना है।यह अभियान ऐसे समय में चलाया जा रहा है जब केंद्र सरकार ने आतंकवाद के प्रति अपनी शून्य-सहिष्णुता की नीति पर बार-बार जोर दिया है और सुरक्षा एजेंसियों को ऐसे खतरों के खिलाफ निवारक कार्रवाई को मजबूत करने का निर्देश दिया है।