अधिकारियों ने कहा कि एजेंसी ने कोटक बैंक की कस्तूबा गांधी मार्ग स्थित शाखा के प्रबंधक को कल देर रात पूछताछ के बाद गिरफ्तार किया। प्रबंधक की पहचान आशीष कुमार के रूप में हुई है। उन्होंने कहा, प्रबंधक को धन शोधन निरोधक कानून के प्रावधानों के तहत गिरफ्तार किया गया है और हिरासत में लेने के लिए उन्हें अदालत में पेश किया जाएगा।
बैंक ने अपने बयान में कहा कि वह कुमार की सेवाएं निलंबित कर चुका है।
कोटक महिन्द्रा के प्रवक्ता रोहित राव का कहना है, उक्त खातों के संबंध में चल रही जांच पड़ताल के मद्देनजर, कोटक महिन्द्रा बैंक ने आगे बढ़कर वित्तीय खुफिया ईकाई को सूचित किया है और बैंक ने कर्मचारी आशीष कुमार की सेवाएं भी निलंबित कर दी हैं।
राव ने कहा, बैंक अपनी आचार संहिता का पालन नहीं करने वाले कर्मचारियों के प्रति कोई नरमी नहीं बरतता और उनके खिलाफ कठोर कार्रवाई करता है।
प्रवर्तन निदेशालय ने दिल्ली पुलिस की अपराध शाखा द्वारा इस संबंध में दर्ज प्राथमिकी पर स्वत: संग्यान लेते हुए धन शोधन कानून के तहत प्राथमिकी दर्ज की है। पुलिस ने उक्त बैंक के नया बाजार शाखा में कथित रूप से नौ फर्जी बैंक खातों में 34 करोड़ रुपए जमा कराने के आरोप में पिछले सप्ताह दो लोगों को गिरफ्तार किया था।
कोटक महिन्द्रा का कहना है कि वह जांच एजेंसियों के साथ सहयोग कर रहा है।
कोटक बैंक के प्रवक्ता रोहित राव ने कहा, बैंक पुष्टि करता है कि सभी बड़े लेन-देन के संबंध में वित्तीय खुफिया ईकाई को लगातार जरूरी रिपोर्ट भेजने वाली प्रणाली उसके पास मौजूद है। बैंक के पास पैन कार्ड सहित सभी केवाईसी दस्तावेज उसके रेकार्ड में हैं।
उन्होंने कहा, इस खातों में होने वाले लेन-देन की प्रकृति को देखते हुए बैंक ने अपनी ओर से आगे बढ़कर समय रहते आगे की जांच के लिए वित्तीय खुफिया ईकाई को रिपोर्ट दी थी। बैंक प्रवक्ता ने कहा, आयकर अधिकारियों द्वारा आगे की जांच के दौरान निर्देशानुसार बैंक ने इन सभी खातों में जमा पूरी राशि आयकर विभाग के पास जमा करवा दी।
उन्होंने कहा, बैंक की कार्रवाईयों से देखा जा सकता है कि बैंक संबंधित प्राधिकार के साथ पूर्ण सहयोग कर रहा है, उन्हें सूचनाएं मुहैया करा रहा है। उसने नियमपालन के सर्वोच्च मानदंड का पालन किया है और भविष्य में भी करता रहेगा।
भाषा