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यूपी में भी ओमिक्रोन ने दी दस्तक; गाजियाबाद में मिले दो केस, देश में अब तक 111 संक्रमित, केंद्र ने दी ये सलाह

दुनियाभर में ओमीक्रोन वैरिएंट के साथ कोरोना विस्फोट के बीच देश में भी इसका खतरा बढ़ता जा रहा है।...
यूपी में भी ओमिक्रोन ने दी दस्तक; गाजियाबाद में मिले दो केस, देश में अब तक 111 संक्रमित, केंद्र ने दी ये सलाह

दुनियाभर में ओमीक्रोन वैरिएंट के साथ कोरोना विस्फोट के बीच देश में भी इसका खतरा बढ़ता जा रहा है। लगातार बढ़ रहे मामलों को देखते हुए सरकार के स्तर पर सतर्कता बढ़ाए जाने के निर्देश दिए गए हैं। अब उत्तर प्रदेश में कोरोना के ओमिक्रोन वेरियंट ने दस्तक दे दी है। इस वायरस से संक्रमित गाजियाबाद में दो मरीज मिले हैं। दोनों कुछ दिन पहले मुंबई से यहां पहुंचे थे। शुक्रवार को  देश में 22 नए मामलों की पुष्टि हुई। इसके बाद संक्रमितों की कुल संख्या 111 हो गई है।

राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में 12, महाराष्ट्र में 8 और केरल में दो मामले आए है। देश में नए वेरिएंट के सबसे अधिक मामले में महाराष्ट्र में हैं। यहां कुल 40 लोगों में इसकी पुष्टि हुई है। वहीं दिल्ली में 22 और राजस्थान में 17 मामले अब तक आए हैं। गाजियाबाद के नेहरूनगर के रहने वाले पति-पत्नी पिछले दिनों महाराष्ट्र की यात्रा करके लौटे। यहां आने पर उनको बुखार हो गया। जांच करने पर कोरोना वायरस से संक्रमित पाए गए। दोनों के सैंपल जीनोम सिक्वेंसिंग के लिए लखनऊ भेजे गए थे। शुक्रवार को रिपोर्ट आने पर दोनों में ओमिक्रोन की पुष्टि हो गई है।

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि ओमिक्रोन स्वरूप यूरोप और दुनिया के अन्य हिस्सों में तेजी से फैल रहा है और लोगों को गैर-जरूरी यात्रा से बचने की जरूरत है। मंत्रालय ने कहा है कि सामूहिक समारोहों और नए साल के जश्न को बड़े स्तर पर आयोजित नहीं किया जाना चाहिए।

सामुदायिक प्रसार (कम्युनिटी ट्रांसमिशन) पर  स्वास्थ्य मंत्रालय में संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने कहा, ‘‘हम इस बिंदु पर यह नहीं कह सकते हैं कि ओमिक्रोन स्वरूप भारत में व्यापक है। ओमिक्रोन के अधिकांश मामलों का एक यात्रा इतिहास होता है या उन लोगों के साथ संपर्क होता है जिनका यात्रा करने का इतिहास है।’’

विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) का हवाला देते हुए उन्होंने कहा कि ओमिक्रोन दक्षिण अफ्रीका में कोरोना वायरस के डेल्टा स्वरूप की तुलना में तेजी से फैल रहा है, जहां डेल्टा का प्रसार कम था। ऐसी आशंका है कि जहां सामुदायिक प्रसार (कम्युनिटी ट्रांसमिशन) होता है, वहां ओमिक्रोन संक्रमण डेल्टा स्वरूप से आगे निकल जाएगा।

उन्होंने कहा कि टीकाकरण के साथ-साथ मास्क, शारीरिक दूरी, वेंटिलेशन और हाथ की स्वच्छता का पालन करना चाहिए। इस बात का कोई सबूत नहीं है कि ओमिक्रोन के खिलाफ टीके प्रभावी नहीं हैं।

बूस्टर खुराक पर, नीति आयोग के सदस्य (स्वास्थ्य) डॉ वी. के. पॉल ने कहा, ‘‘इस बार टीका संसाधनों की स्थिति अच्छी है। हम इन मुद्दों को निरंतर आधार पर देखने के लिए अपने वैज्ञानिक समुदाय के साथ जुड़ रहे हैं।’’

राज्यों में चुनाव को लेकर पॉल ने कहा, ‘‘दिशानिर्देश जारी किए गए हैं जो समाज के सभी वर्गों पर लागू होते हैं। चुनाव का संदर्भ नेतृत्व और सरकार को दिखाई देता है और इस बात पर ध्यान दिया जा रहा है कि हम महामारी का मुकाबला करने के लिए सभी उपायों का पालन करते हुए आगे बढ़े।’’

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