गुरुवार शाम यानी आज पद्म पुरस्कारों की घोषणा की जाएगी। ये पुरस्कार विभिन्न क्षेत्रों में विशिष्ट सेवाओं और उल्लेखनीय कार्यों के लिए प्रदान किए जाते हैं।
पद्म विभूषण, पद्म भूषण और पद्म श्री की घोषणा हर साल गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर की जाती है। कला, साहित्य, शिक्षा, खेल, चिकित्सा, सामाजिक कार्य, विज्ञान व अभियांत्रिकी, लोक मामलों, सिविल सेवाओं, व्यापार और उद्योग के क्षेत्र में ये पुरस्कार दिए जाते हैं।
पीटीआई के मुताबिक, एक अधिकारी ने बताया कि इन पुरस्कारों के लिए इस बार 15,700 लोगों ने आवेदन किया है। जबकि साल 2016 में आवेदन की संख्या 18 हजार से ज्यादा थी। सरकार का जोर गुमनाम नायकों को पुरस्कृत करने पर है। पिछले साल 89 लोगों को पद्म पुरस्कारों से सम्मानित किया गया था।
इस पुरस्कार के लिए राज्य सरकारों, केंद्र शासित प्रदेशों, मंत्रालयों और भारत सरकार के विभागों, भारत रत्न और पद्म विभूषण पुरस्कार विजेताओं, केंद्रीय और राज्य मंत्री, मुख्यमंत्रियों, राज्य के राज्यपालों और संसद सदस्यों द्वारा सिफारिशें भी की जा सकती हैं।
बता दें कि आजादी के बाद से पिछले साल तक कुल 4,417 शख्सियतों को देश के प्रतिष्ठित पुरस्कार दिया जा चुका है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा था कि पद्म सम्मान समाज के हीरोज को मिलना चाहिए। उन्होंने कहा था, 'बीते वक्त में पद्म पुरस्कार नेताओं/मंत्रियों की सिफारिश पर मिलता था। लेकिन हमने इस परेशानी को दूर कर दिया है। अब कोई भी पद्म सम्मान के लिए आवेदन डाल सकता है। कोई भी किसी और के लिए सिफारिश ऑनलाइन फाइल कर सकता है।'
उन्होंने समाज में मौजूद हीरोज का जिक्र करते हुए कहा था कि देश के अलग-अलग क्षेत्र में कुछ ऐसे कामयाब और बेहतरीन काम करने वाले हीरो मौजूद हैं, जिन्हें पद्म सम्मान मिलना चाहिए।