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15 दिसंबर से शुरू होगा संसद का शीतकालीन सत्र, 5 जनवरी तक चलेगा

शुक्रवार को केन्‍द्रीय कैबिनेट की संसदीय मामलों की समिति की बैठक के बाद संसद के शीतकालीन सत्र की...
15 दिसंबर से शुरू होगा संसद का शीतकालीन सत्र, 5 जनवरी तक चलेगा

शुक्रवार को केन्‍द्रीय कैबिनेट की संसदीय मामलों की समिति की बैठक के बाद संसद के शीतकालीन सत्र की तारीख का ऐलान कर दिया है। शीतकालीन सत्र 5 दिसंबर से शुरू होगा और 5 जनवरी तक चलेगा। उल्लेखनीय है कि नवंबर में शीतकालीन सत्र नहीं बुलाने पर कांग्रेस ने मोदी सरकार की कड़ी आलोचना की थी। कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने कहा था कि पीएम मोदी विपक्ष के सवालों से डर कर भाग रहे हैं।

इसकी आधिकारिक घोषणा करते हुए संसदीय कार्य मंत्री अनंत कुमार ने बताया कि सत्र 15 दिसंबर से शुरू होकर 5 जनवरी तक चलेगा। यह 14 दिन का सत्र होगा जिसमें 25 और 26 दिसंबर को क्रिसमस की छुट्टी रहेगी।

 


 

जानकारी के मुताबिक, इस सत्र में सरकार के सामने कई बिल को पारित कराने की चुनौती होगी। साथ ही, इस दौरान कई बिल पेश किए जा सकते हैं। शीतकालीन सत्र के दौरान राष्ट्रीय पिछड़ा वर्ग आयोग (एनसीबीसी) को संवैधानिक दर्जा दिलाने वाले विधेयक को लोकसभा में फिर से पेश किया जाएगा। इस विधेयक को लोकसभा में मानसून सत्र के दौरान पारित कर दिया गया था, लेकिन राज्यसभा ने इसमें कुछ संशोधन किए। दोनों सदनों में इस विधेयक के अलग प्रारूपों को पारित किए जाने के कारण इसे वापस लोकसभा में भेजा जाएगा।

नवंबर में शीतकालीन सत्र नहीं बुलाने सोनिया गांधी के साथ-साथ कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने भी केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार की कड़ी आलोचना करते हुए तल्ख लहजे में प्रधानमंत्री को 'संसार के रचयिता ब्रह्मा' की संज्ञा दे डाली थी।

कांग्रेस नेता ने पत्रकारों से बातचीत के दौरान कहा था, पीएम मोदी ब्रह्मा हैं... वह रचयिता हैं...सिर्फ वही जानते हैं कि संसद कब शुरू होगी...। कांग्रेस का आरोप था कि मोदी सरकार गुजरात चुनाव के चलते सत्र बुलाने में देरी कर रही है ताकि उसकी पोल न कुल जाए।

वहीं कांग्रेस पर पलटवार करते हुए संसदीय कार्य मंत्री अनंत कुमार ने मंगलवार को कहा, सरकार दिसंबर में संसद सत्र बुलाएगी। इसके बाद वित्त मंत्री अरुण जेटली ने भी कहा था कि कांग्रेस को इस बार सत्र बुलाने की इतनी जल्दबाजी क्यों है समझ नहीं आ रहा। उन्होंने कहा कि कांग्रेस को नहीं भूलना चाहिए कि उनके कार्यकाल के दौरान भी ऐसा हो चुका है।

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