कश्मीर घाटी में सोमवार को मस्जित ईद-उल-जुहा की नमाज पढ़ने के लिए लोगों को इजाजत दी जाएगी। राज्य में मोबाइल और लैंडलाइन सेवाओं पर लगे प्रतिबंध अभी भी जारी रहेंगे लेकिन एक शीर्ष अधिकारी का कहना है कि ये प्रतिबंध जितनी जल्दी संभव होगा, हटा दिए जाएंगे।
शांति बनाए रखना सरकार की पहली प्राथमिकता
अधिकारी ने अपनी गोपनीयता बनाए रखते हुए बताया कि सरकार की पहली प्राथमिकता राज्य में शांति बनाए रखना और किसी भी अप्रिय घटना को रोकने की है। जम्मू कश्मीर में सभी जिलों के प्रशासन लगातार स्थिति की समीक्षा कर रहे हैं। वे लोगों को ईद की नमाज मस्जिद में पढ़ने के लिए इजाजत देंगे।
यथाशीघ्र रोक हटेगी मोबाइल और लैंडलाइन फोन से
पिछले शुक्रवार को लोगों को पड़ोस की मस्जिद में जाने में जाने और नमाज पढ़ने की इजाजत दी गई थी लेकिन घाटी में कहीं भी बड़ी भीड़ जुटने की इजाजत नहीं दी गई। संचार माध्यमों पर प्रतिबंधों के बारे में पूछे पर अधिकारी ने कहा कि यह उपाय शांति बनाए रखने के लिए अस्थायी हैं ताकि गलत सूचनाएं और अफवाहें न फैलें। अधिकारी ने कहा कि सरकार जमीनी स्थिति पर सतर्कता बरत रही है और हर संभव प्रयास कर रही है कि लोगों को कम से कम तकलीफ हो। हर रोज प्रतिबंधों में ढील दी जा रही है। मोबाइल और फोन पर प्रतिबंध हम यथाशीघ्र हटाने के बारे में फैसला करेंगे। सभी फैसले केंद्र सरकार द्वारा नहीं लिए जाते हैं। स्थानीय प्रशासन कानून व्यवस्था की स्थिति के अनुसार फैसला करता है।
डोर स्टेप डिलीवरी की व्यवस्था
अधिकारी ने कहा कि कश्मीर के सभी हिस्सों में हालात सामान्य हैं और कहीं भी हिस्सा की घटनाएं नहीं हुई हैं। रविवार को बाजार खुले रहे ताकि लोग त्यौहार की खरीदारी कर सकें। सरकार ने भी खाने-पीने की वस्तुएं और अन्य सामान की उपलब्ध सुनिश्चित करने के लिए कदम उठाए हैं। ये वस्तुएं लोगों के घरों तक पहुंचाने की व्यवस्था की गई है।
सीआरपीएफ की हेल्पलाइन का नया मोबाइल नंबर
श्रीनगर में सीआरपीएफ की हेल्पलाइन ने आम लोगों खासकर कश्मीरियों के लिए एक नया मोबाइल नंबर शुरू किया है। बाहर रह रहे कश्मीरी इस नंबर के जरिये अपने परिवार से संपर्क कर सकते हैं। कोई समस्या होने पर भी इस नंबर पर संपर्क किया जा सकता है। मददगार हेल्पलाइन द्वारा ट्वीटर पर दी गई जानकारी के मुताबिक लोग मोबाइल नंबर 9469793260 पर संपर्क कर सकते हैं।