जेएनयू स्टूडेंट्स के मार्च के दौरान एक महिला पत्रकार से बदसलूकी करने के आरोप में दिल्ली कैंट के एसएचओ विद्याधर के खिलाफ छेड़खानी का मामला दर्ज किया गया है। इस मामले की विजिलेंस जांच में सामने आए तथ्यों के आधार पर पुलिस ने यह कार्रवाई की है। इसके बाद एसएचओ को लाइन हाजिर भी कर दिया गया है तथा मामले की जांच अपराध शाखा को सौंप दी गई है।
Photojournalist roughed up by police during JNU protest in #Delhi case: An FIR has been lodged against SHO Delhi Cantt Police Station pic.twitter.com/blBTxOciZK
— ANI (@ANI) March 27, 2018
दिल्ली पुलिस के स्पेशल कमिश्नर दीपेंद्र पाठक ने बताया कि एक महिला पत्रकार ने आरोप लगाया था कि 23 मार्च को जेएनयू स्टूडेंट्स के प्रदर्शन के दौरान जब पुलिस भीड़ को कंट्रोल करने की कोशिश कर रही थी, उसी समय उनके साथ भी बदसलूकी की गई और उन्हें गलत तरीके से टच किया गया। सोमवार को पीड़ित महिला पत्रकार ने विजिलेंस टीम के सामने अपना बयान दर्ज कराया और उसमें भी वह अपने आरोप पर कायम रहीं, जिसके बाद मामले की निष्पक्ष जांच को तय करने के लिए दिल्ली कैंट थाने के एसएचओ के खिलाफ केस दर्ज कर उन्हें लाइन हाजिर कर दिया गया है।
बता दें कि बीते शुक्रवार को जेएनयू के छात्र और शिक्षक विश्वविद्यालय के प्रशासन से जुड़े कुछ मुद्दों को लेकर प्रदर्शन कर रहे थे। पुलिस ने उनके मार्च को आईएनए मार्केट पर रोक दिया था। बाद में छात्रों पर वॉटर कैनन का इस्तेमाल किया गया था। पुलिस की कार्रवाई को लेकर छात्रों और शिक्षकों का आरोप है कि पुलिस ने प्रदर्शनकारियों की डंडों से पिटाई की जिससे कई लोग घायल हो गए। उनमें से कुछ को हिरासत में भी लिया गया था। छात्रों के अलावा मार्च कवर कर रहे पत्रकारों को भी निशाना बनाया गया था। एक फोटो पत्रकार के साथ पुलिसकर्मियों ने बदसलूकी की थी। इसके विरोध में शनिवार को पत्रकारों ने दिल्ली पुलिस मुख्यालय के बाहर कैमरे रखकर विरोध प्रदर्शन किया था।